श्रीलंका राजनीति: भाई ने दिया भाई का साथ, पहले भी वहां हो चुका है ऐसा काम

श्रीलंका में इस बार एक परिवार से राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री बन गए है। ऐसा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे ने अपने बड़े भाई महिंदा राजपक्षे को फिर से श्रीलंका का प्रधानमंत्री बनाने का फैसला किया है।

Update: 2019-11-22 07:50 GMT

जयपुर: श्रीलंका में इस बार एक परिवार से राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री बन गए है। ऐसा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे ने अपने बड़े भाई महिंदा राजपक्षे को फिर से श्रीलंका का प्रधानमंत्री बनाने का फैसला किया है।

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वहां की मीडिया के अनुसार गोटबया ने पीएम पद के लिए उनका नाम बताया है। श्रीलंका के राजनीतिक इतिहास में यह पहली बार नहीं है जब एक ही परिवार के सदस्य प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति होंगे। इससे पहले भी ऐसा हुआ है, जब पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा ने अपनी मां और श्रीलंका की दिग्गज महिला नेता रहीं सिरिमाओ भंडारनायके को प्रधानमंत्री नियुक्त किया था।

चंद्रिका कुमारतुंगा 1994 से 2005 तक श्रीलंका की राष्ट्रपति रहीं थी और उसी समय सिरिमाओ भंडारनायके 1994 से 2000 तक श्रीलंका की तीसरी बार प्रधानमंत्री बनीं थीं। सिरिमाओ भंडारनायके इससे पहले दो बार श्रीलंका की प्रधानमंत्री रह चुकीं थी।

 

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महिंदा राजपक्षे 2005 से 2015 के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति रह चुके हैं. उस समय उनके भाई गोटबया राजपक्षे रक्षा मंत्री थे। पेशे से वकील महिंदा राजपक्षे 1970 में पहली बार श्रीलंका की संसद के लिए चुने गए थे। तब उनकी उम्र मात्र 25 साल थी।

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