हजारों यात्रियों से भरी जहाज में मचा हड़कंप, जब मिले कोरोना वायरस के 2 संदिग्ध
चीन में कोरोना वायरस से कोहराम मचाया हुआ है। इस वायरस से चीन में मरने वालों की संख्या गुरुवार को 212 तक पहुंच गई। वायरस के 7711 मामलों की पुष्टि के साथ विदेशी नागरिकों को स्वदेश भेजने के लिए उड़ानें जारी रहेंगी।
सिवितावेकिया: चीन में कोरोना वायरस से कोहराम मचाया हुआ है। इस वायरस से चीन में मरने वालों की संख्या गुरुवार को 212 तक पहुंच गई। वायरस के 7711 मामलों की पुष्टि के साथ विदेशी नागरिकों को स्वदेश भेजने के लिए उड़ानें जारी रहेंगी। कोरोना वायरस का डर लोगों के दिलों दिमाग में बैठ गया है।
इस वायरस के कहर ने दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले रखा है। वायरस के डर की वजह से करीब 6 हजार लोग इटली में फंस गए हैं। दरअसल इटली में गुरुवार को छह हजार से अधिक पर्यटकों को ले जा रहे एक जहाज पर कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मिलने से उसे रोक दिया गया है। यह कब आगे बढ़ेगा इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है।
मिली जानकारी के मुताबिक क्रूज शिप में मौजूद चीन के एक जोड़े की अचानक तबीयत खराब हो गई, उन्होंने बताया कि वे दोनों सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं। उसके बाद दोनों की जांच के लिए क्रूज शिप को इटली में रोक दिया गया है।
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स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक इटली के सिवितावेकिया में कोस्टा क्रोसिएरे नाम के जहाज पर बुखार से पीड़ित एक महिला को देखने के लिए तीन डॉक्टर और एक नर्स को भेजा गया जिसके बाद चीनी जोड़े के नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया। कोस्टा क्रोसिएरे जहाज में करीब छह हजार लोग सवार थे। मकाउ की एक 54 वर्षीय महिला को अलग जगह रखा गया है।
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चीन में संक्रमण से मरने वालों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत सरकार ने वुहान से भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट कर स्वदेश लाने के एयर इंडिया का प्लेन रवाना किया। सरकार की योजना है कि दो प्लेन के जरिए वुहान में फंसे भारतीयों को निकाला जाएगा। भारत लाने के बाद इन्हें करीब 28 दिनों तक आइसोलेशन (संक्रमण फैलने से रोकने के लिए उन्हें एकांत और सुरक्षित जगह) में रखा जाएगा।
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आमतौर पर संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रभावित लोगों को 14 दिन तक अलग रखा जाता है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में ज्यादा गंभीरता बरती जा रही है। इसलिए अलग रखने की अवधि दोगुनी कर दी गई है।