PM Modi in Egypt: अल-हकीम मस्जिद दौरे के बाद मिस्र के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नील’ से किया सम्मानित
PM Modi in Egypt: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिस्र के दो दिवसीय दौरे पर है। मिस्र के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद रविवार को अल हकीम मस्जिद का दौरा किया।
PM Modi in Egypt: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज यानी रविवार 25 जून को मिस्त्र में दो दिवसीय दौरे का दूसरा और आखिरी दिन है। पीएम मोदी ने मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मुलाकात की। इस साल 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुई मुलाकात के बाद दोनों नेताओं की ये दूसरी मुलाकात है। इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री ने अफ्रीकी मुस्लिम देश में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने 11वीं सदी की हल-हाकिम मस्जिद का दौरा किया ।
इस मस्जिद की खास बात ये है कि इसका दोबारा निर्माण में भारत के बोहरा समुदाय के लोगों ने आर्थिक मदद दी थी। मस्जिद में वोहरा समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया। इसके बाद वो हेलियोपोलिस युद्ध स्मारक पहुंचे, जहां प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों की तरफ से लड़के के दौरान मिस्त्र में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी। यहां पर 3999 भारतीय जवानों की कब्र बनी है। वहीं, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षाय वार्ता हुई। इसमें कई मिस्र और भारत के बीच कई समझौते हुए।
राष्ट्रपति ने पीएम को किया सम्मानित
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने काहिरा में पीएम मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नील’ पुरस्कार से सम्मानित किया। ‘ऑर्डर ऑफ द नील’ मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है। प्रधानमंत्री को अपने देश का सर्वोच्च पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वहीं, समझौते से दोनों देशों के रिश्तों की मजबूती देखने को मिली।
भारतीय समुदाय के लोगों को किया सम्बोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपना चार दिवसीय राजकीय अमेरिका दौरा खत्म कर मिस्त्र की राजधानी काहिर पहुंचे थे। जहां एयरपोर्ट पर उनका मिस्त्र के प्रधानमंत्री ने गले लगाकर स्वागत किया था। इसके बाद पीएम यहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिले और उन्हें संबोधित किया। भारतीय प्रधानमंत्री और मिस्त्र के पीएम मुस्तफा मैडबौली से से मुलाकात की। बता दें कि पीएम मोदी ऐसे समय में मिस्त्र के राष्ट्रपति से मिल रहे हैं, जब बीते महीने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित जी20 की मीटिंग में यहां से कोई प्रतिनिधि नहीं आया था।