Rahul Gandhi in US: 'मैं भी वैसा ही स्टैंड लेता, जैसे BJP सरकार ने...', अमेरिका में राहुल ने किया मोदी सरकार का समर्थन !

Rahul Gandhi in US: रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत सरकार का रुख स्पष्ट रहा है। भारत ने सदैव बातचीत और कूटनीति के जरिए इस संकट के समाधान की बात कही है।

Update:2023-06-02 21:21 IST
राहुल गांधी और पीएम मोदी (Social Media)

Rahul Gandhi in US : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। वो वहां कई कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं। अपने बयानों से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर भी हैं। उनके अमेरिका में दिए बयान भारतीय मीडिया की सुर्खियां बन रही है। हालांकि, इस बीच एक दुर्लभ मामला भी देखने को मिला। जो भी सुना वो आश्चर्यचकित है। दरअसल, राहुल गांधी ने मोदी सरकार का समर्थन किया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) में केंद्र की मोदी सरकार के स्टैंड का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि, उनकी (कांग्रेस) सरकार भी इस मुद्दे पर ऐसा ही करती। राहुल के किसी मुद्दे पर मोदी सरकार के पक्ष में बोलने से कई लोगों को आश्चर्य हुआ।

क्या कहा राहुल गांधी ने?

वॉशिंगटन स्थित नेशनल प्रेस क्लब (National Press Club, washington) में राहुल गांधी पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे सवाल पूछा गया कि, 'यूक्रेन युद्ध के चलते कांग्रेस के रूस के साथ द्विपक्षीय संबंध कैसे होते?' इसी के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, 'भारत के रूस के साथ संबंध बेहद पुराने हैं। मैं भी वैसा ही स्टैंड लेता, जैसे बीजेपी सरकार ने लिया है। हम भी इसी तरह प्रतिक्रिया देते। क्योंकि, भारत के रूस के साथ मजबूत रिश्ते रहे हैं, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता। हमारी नीति भी इसी प्रकार होती।'

रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या है भारत का स्टैंड?

आपको बता दें, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) पर भारत सरकार का रुख स्पष्ट है। भारत बातचीत और कूटनीति (Negotiation and Diplomacy) के जरिए इस संकट का समाधान होना चाहिए। पश्चिमी देशों के दबाव के बाद भी भारत ने कभी रूस के कदम की खुलकर आलोचना नहीं की। भारत विवादित बयानों और एकतरफा कार्रवाई जैसी बातों से परहेज करता रहा है। लेकिन, ये भी स्पष्ट कहा है कि ये 'युद्ध का युग' नहीं है। बातचीत के जरिए ही रूस और यूक्रेन को इसका समाधान निकालना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुद्दे पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (President of Ukraine Volodymyr Zelensky) से भी बात की।

भारत-रूस के रिश्ते बेहद मजबूत, पहले से और बेहतर

वर्तमान समय में भारत अपनी रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर काफी निर्भर है। भारत और रूस के रिश्ते पहले की ही तरह काफी मजबूत हैं। भारत रूस से बहुतायत तेल खरीद रहा है। भारत ने यूक्रेन पर हमले के लिए रूस की आलोचना कभी नहीं की। ज्ञात हो कि, रूस ने पिछले साल यानी फरवरी, 2022 में यूक्रेन पर हमला बोला था। अभी तक ये लड़ाई जारी है। इस युद्ध में हजारों लोगों की जान जा चुकी हैं। पिछले दिनों जापान में हुए G-7 समिट में प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात हुई थी। तब पीएम मोदी ने कहा था कि, इस संघर्ष को सुलझाने के लिए भारत जो कर सकता है अवश्य करेगा।

Tags:    

Similar News