Sri Lanka News: रानिल विक्रमसिंघे के रूप में आज श्रीलंका को मिलेगा नया प्रधानमंत्री, जानिए कौन हैं

Sri Lanka New Prime minister : श्रीलंका में चल रही आर्थिक संकट के बीच आज रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे।

Written By :  Bishwajeet Kumar
Update: 2022-05-12 10:01 GMT

Ranil Wickremesinghe (Image Credit : Social Media)

Sri Lanka Economic Crisis : श्रीलंका में आर्थिक संकट (Economic Crisis in Sri Lanka) के कारण प्रधानमंत्री के पद से महिंद्रा राजपक्षे (Mahindra Rajapaksa) द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद आज रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। बीते दिन बुधवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapakse) ने देश को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने कहा जल्द ही देश में नए सरकार की गठन कर दी जाएगी। बता दें आर्थिक संकट के कारण इस वक्त पूरे देश में अलग-अलग जगहों से हिंसक घटनाओं और विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही हैं।

कौन हैं रानिल विक्रमसिंघे?

श्रीलंका के कोलंबो में एक संपन्न परिवार में 24 मार्च 1949 को रानिल विक्रमसिंघे का जन्म हुआ था। संपन्न परिवार से होने के कारण रानिल विक्रमासिंघे ने श्रीलंका की सीलोन यूनिवर्सिटी (Ceylon University) से अपनी वकालत की पढ़ाई पूरी की। रानिल के पिता एरमांड विक्रमसिंघे (Ermand Wickramasinghe) का भी अपने दौर के एक जाने-माने वकील थे। उन्होंने अपने बेटे रानिल को भी वकालत पढाकर वकील बनाने का सपना देखा था। मगर 70 के दशक में रानिल विक्रमसिंघे अपना कदम देश की राजनीति में रखा। सन 1977 में यूनाइटेड नेशनल पार्टी (United National Party) के साथ उन्होंने पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा और इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की।

रानिल विक्रमसिंघे का देश की राजनीति में कदम रखना उनके जीवन का सही फैसला साबित हुआ। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें तत्कालीन सरकार ने वित्त मंत्रालय का डिप्टी मिनिस्टर पद दिया। इसके बाद अगले कई चुनाव में उन्होंने जीत हासिल कर देश के कई बड़े मंत्रालयों में मंत्री पद का कार्यभार संभाला। और आज वह अपने राजनीतिक करियर में एक और कदम आगे बढ़ते हुए श्रीलंका के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले हैं।

आर्थिक संकट से श्रीलंका में हिंसा

सोमवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा दिए जाने के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे श्रीलंका में लोगों ने बड़े स्तर पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बीते कई हफ्तों से आर्थिक संकट के कारण उत्पन्न महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ श्रीलंका में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन चल रहा था मगर प्रधानमंत्री में इस्तीफे के बाद शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है यह प्रदर्शन देखते ही देखते हिंसक प्रदर्शन का रूप धारण कर लिया। पूरे श्रीलंका के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आने लगी।

प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कई जगहों पर घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा देश के सांसदों के खिलाफ भी बड़का और करीब 14 सांसदों के घर को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। इसमें एक सांसद की जलकर मौत भी हो गई, वहीं प्रदर्शनकारियों ने महिंदा राजपक्षे के पुश्तैनी घर को भी आग लगा दिया।

विपक्ष का महिंदा राजपक्षे पर आरोप

आर्थिक संकट के कारण श्रीलंका में मचे हिंसक माहौल को लेकर विपक्ष के लोगों ने महिंदा राजपक्षे तथा उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को इस हिंसा का जिम्मेदार ठहराया। दीपक की ओर से कहा गया कि महिला जानबूझकर अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए भड़का रहे हैं जिसके कारण शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा प्रदर्शन भी अब हिंसक रूप ले चुका है।

देश में फैली हिंसा को लेकर विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से यह मांग की कि महिंदा राजपक्षे समेत उनके पार्टी और समर्थकों को पुलिस हिरासत में ले यह लोग देश के माहौल को हिंसक बना रहे हैं। देश में चल रही हिंसा मामले को लेकर श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति ने भी महिंदा राजपक्षे को ही इसका जिम्मेदार ठहराया उन्होंने कहा उनके भड़काने के कारण ही आज प्रदर्शनकारी सड़क पर उतरकर आगजनी जैसी हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। महिंदा राजपक्षे को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

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