Russia-Ukraine War: घमासान के बीच फंस गए यूक्रेनी नागरिक, रुसी सेना ने ढाया कहर
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी सैनिकों व क्रेमलिन समर्थित अलगाववादियों ने लाइमैन शहर पर कब्जा करके "पूरी तरह से मुक्त" कर दिया गया था।
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध को 3 महीने बीत जाने के बाद भी युद्ध जारी है। इस युद्ध के कारण दोनों देशों यूक्रेन और रूस का काफी नुकसान हुआ है। वहीं, दूसरी ओर रूसी सेना (Russian Army) ने हमले का तेज कर दिया है। इसी के चलते रूसी सेना ने दावा किया है कि 28 मई को यूक्रेन के शहर सिविएरोडोनेट्सक पर अपना हमला तेज कर दिया है। साथ में ये भी दावा किया गया है कि उसने लाइमैन शहर के एक प्रमुख रेल केंद्र पर कब्जा कर लिया।
वहीं, रूसी सैनिकों (Russian Army) ने पूर्वी यूक्रेन में लगभग 40 मील (60 किलोमीटर) पर सिविएरोडोनेट्सक में यूक्रेनी सैनिकों के साथ जंग लड़ी। इस लड़ाई में यूक्रेनी रक्षकों को घेरने की कोशिश की गई, जहां लड़ाई में बिजली और सेलफोन सेवा में कटौती की और उन नागरिकों को प्रताड़ित किया जो भाग नहीं गए थे।
ज़ेलेंस्की ने रूस पर नरसंहार के लगाए आरोप
इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने मास्को पर पूर्वी यूक्रेन के दो प्रमुख क्षेत्रों में रूस के तेजी से आगे बढ़ने के बीच "नरसंहार" करने का आरोप लगा रहे हैं। साथ में उन्होंने कहा कि पूर्व में स्थिति को "बहुत जटिल" है।
रूसी सैनिकों और क्रेमलिन समर्थित अलगाववादियों ने लाइमैन शहर पर किया कब्जा
वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव (Russian Defense Ministry spokesman Igor Konashenkov) ने कहा कि रूसी सैनिकों (Russian Army) और क्रेमलिन समर्थित अलगाववादियों ने लाइमैन शहर पर कब्जा करके "पूरी तरह से मुक्त" कर दिया गया था, जिन्होंने आठ साल से रूस की सीमा से लगे पूर्वी क्षेत्र में युद्ध छेड़ रखा है।