Taliban vs Panjshir Resistance: पंजशीर के शेर अहमद मसूद ने तालिबान को दी चुनौती, अफगानिस्तान पर कही बड़ी बात
Taliban vs Panjshir Resistance: अहमद मसूद ने कहा कि वह सिर्फ पंजशीर नहीं पूरे अफगानिस्तान के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
Taliban vs Panjshir Resistance: तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया है। लेकिन अफगानिस्तान का एक इलाका है जिसने तालिबान की औकात दिखा दी है। वह इलाका पंजशीर घाटी है। नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान (एनआरएफ) ने तालिबान को कड़ी चुनौत दी है। अब इस बीच एनआरएफ के प्रमुख और पंजशीर का शेर कहने जाने वाले अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने कहा कि वह सिर्फ पंजशीर नहीं पूरे अफगानिस्तान के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
अहमद मसूद ने कहा है कि वह काबुल प्रशासन में इस शर्त पर शामिल होंगे जब एक समावेशी सरकार पर समझौता किया जाएगा। अहमद मसूद के प्रवक्ता फहीम डैस्टी ने यह जानकारी दी है। प्रवक्ता ने कहा कि अभी तक तालिबान से कोई समझौता नहीं हुआ है और अभी बातचीत हो रही है।
तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया, लेकिन पंजशीर में तालिबान अभी तक जा नहीं पाया है। अहमद मसूद के अगवाई वाले नॉर्द एलायंस ने तालिबान को पंजशीर में घुसने नहीं दिया है। पंजशीर घाटी में अहमद मसूद अभी भी मौजूद हैं और उनके देश के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह भी वहीं पर हैं।
अहमद मसूद के प्रवक्ता ने बताया कि हम पूरे अफगानिस्तान के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, सिर्फ एक प्रक्षेत्र के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान की महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए चिंतित हैं। तालिबान की तरफ से अभी तक समानता और अधिकारों को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है।
अहमद मसूद के लड़ाके पंजशीर घाटी की सड़कों पर तैयानत हैं। इनमें वे लड़ाके भी हैं जो सैनिक और पूर्व जेहादी कमांडर हैं। अहमद मसूद की तरफ से साफ कर दिया गया है कि उन्हें तालिबान की गुलामी मंजूर नहीं और वह समावेशी प्रशासन चाहते हैं।
नॉर्द एलायंस की तरफ बातचीत की पेशकश हुई थी, लेकिन यह भी संदेश दिया गया था अगर तालिबान लड़ाई चाहेगा तो जंग भी लड़ेंगे। कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नॉर्दन एलायंस और तालिबान के बीच बातचीत हो रही है। जैसा कि अहमद मसूद के प्रवक्ता ने भी कहा है।