Poland Visa Scam: पोलैंड में वीजा घोटाला, मंत्री बर्खास्त, पैसे लेकर भारत से भी खूब लोग यूरोप भेजे थे

Poland Visa Scam: घोटाला सामने आने के बाद पोलैंड के उप विदेशमंत्री पियोत्र वावरिक को बर्खास्त कर दिया गया है। बताया जाता है कि बर्खास्तगी के बाद उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की।

Newstrack :  Network
Update:2023-09-16 22:50 IST

पोलैंड के उप विदेशमंत्री पियोत्र वावरिक: Photo- Social Media

Poland Visa Scam: पोलैंड में पैसे लेकर वीजा देने के मामले ने बवाल मचा दिया है। पता चला है कि पोलैंड के दूतावासों में पैसे लेकर वीजा बेचे जा रहे हैं। इस गोरखधंधे में भारत समेत एशिया और अफ्रीका के कई देशों से लोगों को पोलैंड का वीजा दे कर यूरोप और अमेरिका भेजा जा रहा है। पोलैंड में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं और ऐसे समय में वीजा स्कैम सामने आने से सत्तारूढ़ पार्टी मुश्किलों में फंस गई है। घोटाला सामने आने के बाद पोलैंड के उप विदेशमंत्री पियोत्र वावरिक को बर्खास्त कर दिया गया है। बताया जाता है कि बर्खास्तगी के बाद उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की।

सत्तारूढ़ पार्टी फंसी

पोलैंड की सत्ताधारी लॉ एंड जस्टिस पार्टी प्रवासियों पर लगाम कसने की पक्षधर है और इस मुद्दे को चुनाव में बड़े जोरशोर से उठा रही थी लेकिन खुद इसी पार्टी के लोग प्रवासियों को वीजा बेचने का धंधा चला रहे हैं।कहने को यह पार्टी प्रवासियों के देश में आने का विरोध करती है। पोलैंड के अफ्रीका और एशिया के दूतावासों में पैसे लेकर वीजा देने के खुलासे हुए हैं। 15 अक्टूबर को देश में चुनाव होने हैं। पोलैंड में प्रवासियों को लेकर नियम काफी सख्त हैं और सत्ताधारी पार्टी इस मामले पर एक जनमतसंग्रह भी करा रही है। उसने पिछले चुनाव में भी इस मुद्दे को खूब भुनाया था।

भारत में पोलैंड दूतावास: Photo- Social Media

क्या खुलासा हुआ है

खुलासा हुआ है कि पोलैंड के अधिकारियों ने मोटी रकम लेकर अयोग्य लोगों को भारत और दूसरे देशों के दूतावासों से पोलैंड का वीजा दिलाया। पोलैंड पहुंचने के बाद ये लोग वहां से शेन्जेन वीजा लेकर यूरोप में जर्मनी और दूसरे देशों की ओर निकल गए। कुछ लोगों को मेक्सिको के रास्ते अमेरिका भी भेजा गया। इसके लिए बकायदा पोलैंड के दूतावासों से मल्टीइंट्री वीजा जारी किए गए। इस तरह के हर वीजा के लिए 35,000 से 40,000 डॉलर यानी 30 से 35 लाख रुपए तक की रकम बिचैलियों की मदद से वसूली गई। यह गोरखधंधा 2021 से ही चल रहा था। यानी सरकारी अधिकारी ही मानव तस्करी कर रहे थे। बता दें कि शेन्जेन वीजा मिलने के बाद यूरोपीय संघ के किसी भी देश में बेरोकटोक आया जाया जा सकता है।

फिल्म बनाने के नाम पर वीजा

पोलैंड के एक समाचार पोर्टल ने जानकारी दी है कि मुंबई से फिल्म बनाने के नाम पर कई लोगों को वीजा दिया गया। इनका असली मकसद किसी तरह पोलैंड होते हुए मेक्सिको के रास्ते अमेरिका जाना था।

मंत्री बर्खास्त

घोटाला सामने आने के बाद इस मामले से जुड़े पोलैंड के उप विदेशमंत्री पियोत्र वावरिक को बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्तगी के बाद उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। आरोप है कि उन्होंने दिल्ली और मुंबई के कॉन्सुलेटों को पत्र लिख कर लोगों को बिना बारी के जल्दी से वीजा जारी करने को कहा और इसके लिए बार बार दबाव बनाया।

Photo- Social Media

क्या हुई कार्रवाई

अभियोजन विभाग के मुताबिक अब तक सात लोगों पर इस मामले में शामिल होने के आरोप लगे हैं। इनमें से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। सत्ताधारी दल का कहना है कि मीडिया और विपक्ष मामले को बढ़ा चढ़ा कर दिखा रहा है। आरोप है कि ढाई लाख से ज्यादा वीजा पैसे लेकर दिए गए थे।

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