कोरोना पर अमेरिका और चीन में आर-पार की जंग, UNSC में भिड़े दोनों देश

कोरोना वायरस महासंकट इस समय दुनिया के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। यह जानलेना वायरस चीन के वुहान से शुरू हुआ और पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। इससे निपटने के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) की बैठक बेनतीजा रही।

Update: 2020-04-10 06:01 GMT

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महासंकट इस समय दुनिया के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। यह जानलेना वायरस चीन के वुहान से शुरू हुआ और पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। इससे निपटने के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) की बैठक बेनतीजा रही। इस बैठक के दौरान चीन और अमेरिका के बीच तीखी नोकझोंक हुई है। दो महाशक्तियों के बीच बहस के बाद संयुक्‍त राष्‍ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस को हस्‍तक्षेप करना पड़ा। उन्‍होंने सभी देशों से एकजुट रहने का आह्वान किया।

लंबे समय के इंतजार के बाद UNSCकी गुरुवार को वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए बैठक हुई। सभी देशों को उम्‍मीद थी कि इस महामारी से निपटने के लिए बैठक से कुछ ठोस नतीजा निकलेगा। लेकिन हुआ इसका ठीक उल्‍टा। UN में चीन के राजदूत झांग जून ने कहा कि उनके देश को इस महमारी के लिए बलि का बकरा न बनाया जाए। उन्‍होंने कहा कि इस महासंकट से निपटने के लिए वैश्विक एकजुटता की जरूरत है। किसी देश को बलि का बकरा बनाए जाने से हम कहीं के नहीं रहेंगे।

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चीन ने की UN-WHO की तारीफ

बता दें कि अमेरिका UN-WHO के रोल पर सवाल खड़े कर रहा है, तो वहीं चीन ने यहां बैठक में दोनों की जमकर तारीफ की। चीन ने बैठक में कहा कि कोरोना वायरस एक ग्लोबल चुनौती है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जो अगुवाई की जा रही है चीन उसकी तारीफ करता है।



चीन ने कहा कि कोरोना वायरस हर किसी के लिए खतरा है, जिसमें सभी को साथ आकर काम करना होगा। चीन संयुक्त राष्ट्र की उस अपील का भी समर्थन किया है, जहां उसने सभी देशों से अपने मतभेद भुलाकर पहले कोरोना से लड़ने की बात कही। चीन ने कहा कि चीन में जब कोरोना वायरस का संकट था, तब कई देशों ने उनकी मदद कीय़ अब वो 100 से अधिक देशों को मदद पहुंचा रहे हैं।

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अमेरिका ने चीन पर बोला तीखा हमला

अमेरिका ने इस बैठक में चीन की नीयत पर सवाल खड़े किए। अमेरिका ने कहा कि इस संकट के वक्त में जरूरत है कि पारदर्शिता रखी जाए, ताकि हर कोई सच्चाई जान सके। अमेरिकी राजदूत केली क्राफ्ट ने दावा किया कि वह इस वक्त दुनिया के अलग-अलग देशों के साथ मिलकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। अमेरिका की तरफ से पहले भी आरोप लगाया गया था कि चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मिलकर कोरोना वायरस की सच्चाई को छिपाया था, जिसका खामियाजा दुनिया भुगत रही है। इस बैठक में भी अमेरिका ने इस बात को दोहराया और अपील की कि हर देश को सच के साथ सामने आने की जरूरत है।

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UN को करना पड़ा हस्तक्षेप

अमेरिका और चीन के बीच नोक झोक के बाद संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को आगे आना पड़ा। उन्‍होंने सुरक्षा परिषद से कोविड-19 महामारी से निपटने में एकजुट रहने का आह्वान किया। उन्होंने इसे एक पीढ़ी की लड़ाई करार दिया।

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