15 सेकेंड में कोरोना होगा खत्म, इस चीज का करें इस्तेमाल, रिसर्च में दावा
अमेरिका में हुए ताजा रिचर्स में बड़ा दावा किया गया है। इस रिसर्च में दावा किया गया है कि अगर लोग आयोडीन (Iodine) से अपने नाक और मुंह को धोते हैं तो वे कोरोना वायरस से बच सकते हैं।
वॉशिंगटन: कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। इस जानलेवा महामारी की अभी तक कोई दवा नहीं बन पाई है। कई देश कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में लगे हैं। रूस ने दावा किया है कि उसने वैक्सीन बना ली है।
अब इस बीच अमेरिका में हुए ताजा रिचर्स में बड़ा दावा किया गया है। इस रिसर्च में दावा किया गया है कि अगर लोग आयोडीन (Iodine) से अपने नाक और मुंह को धोते हैं तो वे कोरोना वायरस से बच सकते हैं। इससे पहले हुए अध्ययन और विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ऐसे दावों को नकार दिया है।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकट स्कूल ऑफ मेडिसिन की रिसर्च में यह मिली है कि अगर लोग अपनी नाक को आयोडीन के साथ धोते हैं तो इससे कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका कम रहती है।
यह भी पढ़ें...Paytm की वापसी: यूजर्स को बड़ी राहत, चार घंटों में Google ने हटाया बैन
शोधकर्तओं ने लैब में कोरोना वायरस के एक नमूने पर तीन अगल-अलग सांद्रता के एंटीसेप्टिक पोविडोन-आयोडीन (पीवीपी- I) के साल्यूशन डाले। इसके बाद उन्होंने पाया कि 0.5 प्रतिशत सांद्रता वाले पोविडोन-आयोडीन के साल्यूशन को कोरोना वायरस को निष्क्रिय करने में सिर्फ 15 सेकेंड लगे।
इस रिसर्च के बाद शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि अगर नाक और मुंह को आयोडीन से धोते हैं तो इससे कोरोना संक्रमण से बचाव हो सकता है।
यह भी पढ़ें...UP में बंपर नौकरियां: हुईं साढ़े तीन लाख से ज्यादा भर्तियां, खाली पद भरने के आदेश
कोरोना वायरस नाक के रिसेप्टर एसीई -2 का इस्तेमाल मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने और संक्रमित करने के लिए करता है। इसलिए कई ह्यूमन ट्रायल के दौरान महामारी पर रोक लगाने के लिए नाक की सफाई और यहीं वायरस को खत्म करने की कोशिश हो रही है।
शोधकर्तओं ने रिसर्च में पाया है कि पीवीपी- I नए वायरस से संबंधित रोगजनकों को निष्क्रिय करने में प्रभावी रहा है। इसमें सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम और मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम शामिल हैं।
यह भी पढ़ें...संजय राउत को याद आई BJP: बोले- शिवसेना पुरानी सहयोगी, बाकी Paying Guest
कोरोना के खिलाफ अच्छा रिजल्ट
जेएएमए ओटोलरींगोलॉजी-हेड एंड नेक सर्जरी में प्रकाशित एक शोध में रिसर्च टीम ने लिखा है कि उन्होंने वायरस के खिलाफ आयोडीन के साल्यूशन को टेस्ट किया। इसमें आयोडीन के सांद्रता का स्तर 0.5 प्रतिशत, 1.25 प्रतिशत और 2.5 प्रतिशत रखा गया। तीनों ही घोल से कोरोना वायरस के खिलाफ अच्छा रिजल्ट पाया गया है।
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।