डरी दुनिया: आखिर ऐसा क्या करने जा रहा ईरान
ईरान के इस फैसले से सभी देश नाखुश हैं। ईरान के ताजा फैसले पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने चिंता जताते हुए पश्चिमी देशों को अपनी जिम्मेदारी निभाने की बात कही है वहीं ईरान पर लगे प्रतिबंधों को अवैध भी बताया है।
नई दिल्ली: इन दिनों ईरान से दुनिया के कई देश डरे हुए हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों... दरअसल, ईरान में फोर्दो का अंडरग्राउंड न्यूक्लियर प्लांट है, जहां पर ईरान यूरेनियम को संवर्धित किया जा रहा है। इस वजह से ये प्लांट पूरी दुनिया की निगाह में है। बता दें कि ईरान यूरेनियम कलेक्ट कर रहा है। यह फैसला ईरान ने अमेरिका के परमाणु डील खत्म करने के बाद उठाया है।
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ईरान यएूस और JCOPA
बता दें कि जुलाई 2015 में ईरान और चीन, रूस, अमेरिका, ब्रिटेन जर्मनी और फ्रांस के बीच ज्वाइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन या JCOPA का नाम दिया गया था। इसे ही बाद में ईरान-अमेरिका न्यूक्लियर डील कहा गया था। मई 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस डील से बाहर होने का एलान किया था। इसके बाद जुलाई 2019 ईरान ने यूरेनियम बढ़ाने की घोषणा की थी।
सेंटरफ्यूज में गैस भरना शुरू
ईरान ने अपने बयान में कहा है कि उसके इंजीनियरों ने न्यूक्लियर प्लांट के सेंटरफ्यूजों में गैस भरनी शुरू कर दी है तो दुनिया का हैरान होना लाजिमी है। हालांकि ईरान न्यूक्लियर का संवर्धन तय सीमा से अधिक कर रहा है लेकिन यह उतना नहीं है जिस पर वह परमाणु हथियार बना सके। गौरतलब है कि पहले फोर्दो न्यूक्लियर प्लांट दुनिया की नजरों से छिपा हुआ था। 2009 में पहली बार ईरान ने इसकी मौजूदगी को स्वीकार किया था।
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दुनिया के अन्य देशों को चिंता
ईरान के इस फैसले से सभी देश नाखुश हैं। ईरान के ताजा फैसले पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने चिंता जताते हुए पश्चिमी देशों को अपनी जिम्मेदारी निभाने की बात कही है वहीं ईरान पर लगे प्रतिबंधों को अवैध भी बताया है। इसके अलावा फ्रांस ने इस पर ईरान से बात करने की बात कही है। जर्मनी ने अपील की है कि वह इन कदमों को वापस ले ले। लेकिन अब देखना ये होगा कि आखिर ईरान अपन फैसला वापस लेता है या फिर दुनिया को बारूदों के ढ़ेर पर बैठाने के लिए आगे बढ़ता रहेगा।