स्कॉर्पीन संबंधी दस्तावेज ऑस्ट्रेलिया को मिलेंगे, व्हिसलब्लोअर की हुई पहचान

Update: 2016-08-26 22:30 GMT

कैनबराः स्कॉर्पीन पनडुब्बी दस्तावेज लीक मामले का व्हिसलब्लोअर हजारों पन्नों का डाटा सोमवार को ऑस्ट्रेलिया सरकार को सौंपेगा। अखबार 'द ऑस्ट्रेलियन' ने ये जानकारी दी है। अखबार के मुताबिक इस व्हिसलब्लोअर की पहचान भी हो गई है। उसका नाम और पता ऑस्ट्रेलिया के अफसर जानते हैं।

इस बीच, दिल्ली में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि मामला गंभीर तो है, लेकिन उम्मीद है कि इससे रक्षा परियोजना पर असर नहीं पड़ेगा।

क्या है मामला?

व्हिसलब्लोअर ने अखबार को सारा डाटा दिया था। इससे भारत में बन रही छह स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खुफिया जानकारी लीक हो गई थी। मनोहर पर्रिकर ने इस मामले की जांच नौसेना प्रमुख को सौंपी है। ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने कहा है कि बीते सोमवार को जब उसने खबर को लेकर फ्रांसीसी कंपनी डीसीएनएस से लीक के बारे में टिप्पणी के लिए संपर्क किया, उस वक्त तक भारत और फ्रांस के पास इस बारे में जानकारी नहीं थी।

क्या चाहता है व्हिसलब्लोअर?

द ऑस्ट्रेलियन के मुताबिक व्हिसलब्लोअर चाहता है कि ऑस्ट्रेलिया सरकार को पता चले कि उसका साझेदार फ्रांस भारतीय पनडुब्बियों से जुड़े गोपनीय डाटा को गंवा चुका है। उसने उम्मीद जताई है कि अब टर्नबुल सरकार और डीसीएनएस ये तय करेंगे कि ऑस्ट्रेलिया की 50 अरब डॉलर की पनडुब्बी परियोजना को इस तरह की स्थिति का भविष्य में सामना नहीं करना पड़ेगा। अखबार के मुताबिक लीक के पीछे जासूसी कम और अक्षमता की कहानी ज्यादा है।

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