बहुत भयानक है कोरोना का ये रूप, रूह कंपा देगा स्किन में ये चेंज

चीन के वुहान में कोरोना का कहर अभी थम नहीं है वहीं यहां पर कोरोना मरीजों का इलाज करते समय यहां के दो डॉक्टर यी फैन और हू वाइफैंग कोरोना से संक्रमित हो गए।

Update: 2020-04-22 06:35 GMT

वुहान: चीन के वुहान में कोरोना का कहर अभी थम नहीं है वहीं यहां पर कोरोना मरीजों का इलाज करते समय यहां के दो डॉक्टर यी फैन और हू वाइफैंग कोरोना से संक्रमित हो गए। इस भयंकर महामारी से दोनों डॉक्टर के लिवर खराब हो गए लेकिन उन दोनों में एक अनोखा बदलाव देखने को मिल है। कोरोना से दोनों डॉक्टर की चमड़ी पर देखने को मिला है।

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डॉक्टर की चमड़ी का रंग काला पड़ गया

दोनों डॉक्टर की चमड़ी का रंग काला पड़ गया है। लेकिन दोनों डॉक्टर की हालत में पहले से काफी सुधार है। उन डॉक्टरों ने बताया कि, 'उनकी चमड़ी का रंग हार्मोन में बदलाव की वजह से हुआ है।' खास बात तो है कि, 'डॉ हू वाइफैंग संक्रमण की जानकारी देने वाली टीम के सदस्य रहे हैं।'

दोनों डॉक्टर यी फैन और हु वाइफैंग को 18 जनवरी को अस्पताल में भर्ती किया गया। डॉ यी फैन ह्दयरोग विशेषज्ञ हैं, उन्होंने 39 दिनों में ही कोरोना को मात दे दी थी जब डॉक्टर ने इन्हें लाइफ सपोर्ट मशीन पर रखा था।

डॉ यी फैन काफी ठीक हो चुके हैं

डॉ यी फैन ने बताया कि, वो काफी ज्यादा ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह बिस्तर पर आसानी से हिल सकते हैं लेकिन खुद से चलने में अभी दिक्कत होती है। डॉक्टर ने मीडिया में जानकारी दी कि कोरोना बेहद खतरनाक बीमारी है, जब उन्हें कोरोना संक्रमण के बारे में पता चला तो वह बहुत डर गए थे।

उन्होंने आगे बताया कि कोरोना से लड़ने के लिए वे मनोवैज्ञानिक तरीके अपनाने लगे हैं। उन्होंने दूसरे डॉक्टरों को अपनी काउंसलिंग के लिए भी कहा है। लेकिन अब डॉ यी नॉर्मल वार्ड में ऐड्मिट कर दिए गए हैं। वहीं डॉ हु वाइफैंग की हालत अभी उतनी ठीक नहीं है।

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दोनों डॉक्टर को एक ही अस्पताल में कराया गया भर्ती

डॉ हु उरोलॉजिस्ट हैं और वो 99 दिनों से बिस्तर पर पड़े हैं। डॉ हु को आईसीयू में रखा गया है, डॉ हु उसी हॉस्पिटल में हैं जहां डॉ यी फैन को ऐड्मिट किया गया है। डॉ ली को संदेह है कि इन दोनों डॉक्टरों की चमड़ी का रंग इलाज के शुरुआत में दी जाने वाली दवाइयों की वजह से काला पड़ा है। वहीं डॉ ली का मानना है, कि जैसे ही दोनों डॉक्टर के लिवर ठीक हो जाएंगे शायद दोनों की चमड़ी का रंग भी पहले जैसा हो जाए।

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