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कन्नौज में परदेसियों की बढ़ीं परेशानियां, दूसरे जिलेवालों को भी साथ में रोका गया
देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान कन्नौज में करीब 30 हजार लोग बाहर से आए हैं। ये ऐसे लोग हैं जो दो जून की रोजी-रोटी के लिए लंबा...
अजय मिश्र, कन्नौज: देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान कन्नौज में करीब 30 हजार लोग बाहर से आए हैं। ये ऐसे लोग हैं जो दो जून की रोजी-रोटी के लिए लंबा समय घर से दूर बिताते हैं। कोरोना वायरस की जांच के लिए इनका पहला सैंपल लैब को भेजा गया है। हालांकि जिम्मेदारों ने अब तक प्रारम्भिक जांच में किसी भी कोरोना मरीज के न मिलने का दावा किया है।
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इन दो कारणों से लौट रहे लोग
देशव्यापी लॉकडाउन में 21 दिन के लॉकडाउन में फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। रोजगार के दूसरे साधन भी तकरीबन ठंडे पड़ चुके हैं। सिर्फ फल, सब्जी, कृषि बीज, उर्वरक, दूध व परचून का सामान ठेलियों से मुहैया कराया जा रहा है। इस कारण लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। दूसरे जिलों व प्रांतों से कन्नौज में भी करीब 30 हजार लोग गांव व कस्बों को निकले। स्वास्थ्य महकमे का दावा है कि बाहर से आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग हो रही है।
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सीएमओ का क्या कहना है
जिले में अब तक बाहर से आने वाले करीब 26 हजार लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। इसमें व्यक्ति के शरीर का तापमान व खांसी आदि दिक्कत भी देखी जाती है। जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनको घर जाने से मनाही है। सरकारी भवन, स्कूल व पंचायत घर में 14 दिन तक रुकने की व्यवस्था है। जो लोग पहले आ गए थे, वह अपने घर पर रुके हैं, वहीं रहें। कोरोना वायरस की जांच के लिए मंगलवार को पहला सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट तीन दिन बाद आएगी।
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रुके हुए लोगों की ये हैं दिक्कतें
बाहर से आए हुए लोगों को निजी संस्थानों में भी रोका गया है। जीटी रोड से बाईपास स्थित अर्शी पैरामेडिकल कॉलेज छात्रावास में भी कई बाहरी लोगों को रोका गया है। कुछ ऐसे हैं, जो दूसरे जनपदों को जा रहे थे, उनको भी यहां रोक लिया गया।
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एक महिला ने बताया कि कन्नौज में ही अपने गांव पहुंचे। उसके बाद जिला अस्पताल में जांच कराने गए। वहां से पुलिस वालों ने कहा कि गाड़ी में बैठो और चलकर नाम-पता नोट करा दो। यहां आने पर रोक दिया गया।
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एक व्यक्ति ने बताया कि वह कन्नौज के हैं, ऊपर वाले कमरे में हरदोई के लोग ठहरे हैं। खाने को भोजन तो मिल रहा है, लेकिन सिर्फ छोटी-छोटी छह पूड़ी व सब्जी दी जा रही है।
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एक युवक ने बताया कि वह तो प्रयागराज जा रहा था, लेकिन यहां रोक लिया गया। बाहर ड्यूटी पर तैनात जिला कृषि अधिकारी राममिलन सिंह परिहार ने बताया कि बीते दो दिनों में 62 लोगों को यहां ठहराया गया है।
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