नंदीग्राम में धारा 144 लागू, मतदान से कुछ देर पहले निर्वाचन आयोग ने दी जानकारी
पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में धारा १४४ लागू कर दी गई है। इस बारे में जानकारी निर्वाचन आयोग ने दी।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में कल यानी १ अप्रैल को मतदान है। ऐसे में यहां पर हालातों को काबू में रहने के लिए धारा १४४ लागू कर दी गई है। इस बारे में जानकारी निर्वाचन आयोग ने दी। यहां के ४ जिलों में ३० सीटों पर चुनाव होने हैं। अब दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार प्रक्रिया रूक गई है। इसके बाद तीसरे चरण का चुनाव ६ अप्रैल को होगा। जिसके लिए प्रचार शुरू हो गया है। बता दें, पश्चिम और पूर्व मेदिनीपुर की 9-9 सीटें भी शामिल हैं। जिनमें से एक दर्जन सीटें हाईप्रोफाइल हैं। लेकिन सबसे दिलचस्प और बड़ा संग्राम नंदीग्राम की सीट पर ही है। इस सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शुवेंदु अधिकारी के बीच जबरदस्त टक्कर है।
ममता बनर्जी की आज तीन रैलियां
ऐसे में बंगाल में तीसरे चरण के मतदान के लिए भी प्रचार शुरू हो गया है। इसी सिलसिले में ममता बनर्जी की आज तीन रैलियां हैं। दोपहर 12 बजे हुगली जिले गोघाट में ममता रैली को संबोधित करने के बाद 1.30 बजे हुगली जिले के सिंगुर में रैली और फिर 3 बजे हावड़ा जिले के उलुबेरिया पूर्व में रैली को संबोधित करेंगी।
इस बीच हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर ममता बनर्जी पर निशाना साधा है और कहा कि जो जनेऊधारी नहीं हैं, उनका क्या?ओवैसी ने ममता बनर्जी के बयान पर टिप्पणी करते हुए लिखा, 'जो लोग शांडिल्य या जनेऊधारी नहीं हैं, किसी भगवान के भक्त नहीं हैं या फिर कोई पाठ या चालीसा नहीं करते हैं उनका क्या?
गोत्र हमेशा मां-माटी और मानुष ही बताती हैं
ओवैसी ने ममता पर तंज कसते हुए लिखा कि जीतने के लिए लोग खुद को हिंदू बताने लगे हैं। अगर ऐसा है तो यह नियमों के खिलाफ है, अपमानजनक है और सफल होने वाला नहीं है। ओवैसी की आज बंगाल में रैली भी है। ममता बनर्जी ने कहा दूसरे चरण के प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को बंगाल में ममता बनर्जी ने कहा कि वैसे तो उनका गोत्र शांडिल्य है, लेकिन वो अपना गोत्र हमेशा मां-माटी और मानुष ही बताती हैं।
बता दें है कि दूसरे चरण में नंदीग्राम सीट पर भी चुनाव होना है। नंदीग्राम से ममता बनर्जी भी इस बार चुनाव मैदान में हैं। बंगाल के चुनावी रण में अक्सर भारतीय जनता पार्टी की ओर से ममता बनर्जी को हिन्दू विरोधी कहकर निशाने पर लिया जाता है। यही कारण है कि इस बार ममता बनर्जी का अलग अंदाज सामने आया है।