Mamata Banerjee: ममता ने खोला कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा, 2024 की जंग में विपक्ष का चेहरा न बनाने पर दिखाई नाराजगी
पश्चिम बंगाल के भवानीपुर विधानसभा सीट पर किस्मत आजमाने उतरी ममता ने रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमलावर होने के कारणों का भी खुलासा किया।
Mamata Banerjee: नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की भवानीपुर विधानसभा सीट (Bhawanipur assembly seat) पर चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने भाजपा (BJP) के साथ कांग्रेस (Congress) पर भी बड़ा हमला बोलकर हर किसी को हैरान कर दिया। हाल के दिनों में भाजपा ही मुख्य रूप से ममता के निशाने पर रही है मगर रविवार को उन्होंने भाजपा और कांग्रेस में मिलीभगत का आरोप लगाकर 2024 की सियासी जंग के लिए बड़ा संकेत दे दिया।
सियासी जानकारों का मानना है कि कांग्रेस 2024 की सियासी जंग के लिए ममता को विपक्ष का चेहरा बनाने के लिए तैयार नहीं है।कांग्रेस से ममता की नाराजगी का यही कारण है। ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को गोलबंद करने की कोशिश में जुटी हुई हैं।
उन्होंने अपनी पिछली दिल्ली यात्रा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा करने के अलावा विपक्ष के अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी इस मुद्दे पर बातचीत की थी। कांग्रेस का सकारात्मक रुख न देखकर अब ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधने की शुरुआत कर दी है।
भाजपा (BJP) से मिलीभगत का बड़ा आरोप
भवानीपुर विधानसभा सीट पर किस्मत आजमाने उतरी ममता ने रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमलावर होने के कारणों का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि मैंने पश्चिम बंगाल में 30 साल तक सीपीएम से लड़ाई लड़ी है।
मैंने कांग्रेस से इसी कारण इस्तीफा दिया था क्योंकि कांग्रेस की सीपीएम से मिलीभगत थी। ममता ने कहा कि कांग्रेस का खेल अभी भी जारी है। अब इस पार्टी ने भाजपा से मिलीभगत कर ली है। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा को देश से बाहर करने में जुटी हुई हूं।
कांग्रेस पर भाजपा से मिलीभगत करने का आरोप लगाकर ममता ने सियासी पंडितों को भी हैरान कर दिया है।
विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटी ममता का यह आरोप आगे की सियासत के लिए बड़ा संदेश माना जा रहा है। ममता बनर्जी ने अपनी पिछली दिल्ली यात्रा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी भी मौजूद थे।
उसके बाद ममता कांग्रेस पर हमला करने से परहेज करती रही हैं मगर रविवार को उनका दूसरा ही रूप देखने को मिला। माना जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से 2024 की सियासी जंग के लिए ममता के चेहरे पर रजामंदी न जताना अब दीदी को खलने लगा है । इसी कारण उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेस ने खारिज की टीएमसी की मांग
पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस की ओर से बकायदा बयान जारी करके कहा गया था कि प्रधानमंत्री पद के लिए अभी तक राहुल गांधी पीएम मोदी का विकल्प बनते नहीं दिख रहे हैं। टीएमसी का कहना था कि पीएम मोदी के खिलाफ दमदार चेहरे के रूप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विकल्प बनाया जाना चाहिए।
हालांकि कांग्रेस की ओर से टीएमसी का यह बयान खारिज कर दिया गया था। जानकारों के मुताबिक इसी कारण ममता बनर्जी भीतर ही भीतर कांग्रेस से काफी नाराज हैं और इसी की अभिव्यक्ति रविवार को भवानीपुर विधानसभा सीट के चुनावी सभा में देखने को मिली।
देश बेचने में जुटी हुई है भाजपा
चुनावी सभा के दौरान ममता बनर्जी ने भाजपा पर भी जबर्दस्त प्रहार किए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश को बेचने में जुटी हुई है।उसका देश विरोधी चेहरा लोगों के बीच उजागर हो चुका है। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा बुरी तरह हार गई मगर फिर भी इस पार्टी में कोई शर्म नहीं दिख रही है।
केंद्रीय एजेंसियों के जरिए लोगों की जुबान बंद करने की कोशिश की जा रही है। भाजपा नेता सोच रहे हैं कि देश में कोई भी उनके खिलाफ नहीं बोल सकता। उन्होंने भाजपा पर गुजरात को पूरी तरह बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी की ओर से देश बेचने की बड़ी साजिश रची गई है। इसलिए लोगों को सतर्क रहना होगा।
रोम न जाने देने पर केंद्र सरकार को घेरा
केंद्र सरकार की ओर से रोम जाने की इजाजत न मिलने पर भी ममता ने भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि कई राज्यों की ओर से इस बाबत कोई इजाजत भी नहीं मांगी जाती मगर मैं अनुशासन की हिमायती हूं।
इसी कारण मैंने केंद्र सरकार से अनुमति मांगी थी। केंद्र सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि मैं खामोश होकर बैठने वाली नहीं हूं। उन्होंने कहा कि मेरे प्रति केंद्र सरकार का पक्षपातपूर्ण रवैया रहा है । रोम से पहले मुझे शिकागो, चीन और कैंब्रिज समेत कई और यात्राओं की भी अनुमति नहीं दी गई।
भवानीपुर की चुनावी सभा में रविवार को ममता पूरे आक्रामक अंदाज में दिखीं। उन्होंने भाजपा को घेरने के साथ ही कांग्रेस पर भी बड़ा हमला बोला। मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए ममता का भवानीपुर से चुनाव जीतना जरूरी है। इस कारण भी ममता ने दूसरे सभी दलों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना रखा है।