West Bengal News: पश्चिम बंगाल में मुकुल रॉय को लेकर नया विवाद, पीएसी का अध्यक्ष बनाने पर अड़ीं ममता
मुकुल रॉय को लोक लेखा समिति (पीएसी) का निर्विरोध सदस्य चुन लिया गया है और अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुकुल रॉय को पीएसी का अध्यक्ष बनाने पर अड़ गई हैं।
West Bengal News: पश्चिम बंगाल ने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने वाले मुकुल रॉय को लेकर नया विवाद पैदा हो गया है। मुकुल रॉय को लोक लेखा समिति (पीएसी) का निर्विरोध सदस्य चुन लिया गया है और अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुकुल रॉय को पीएसी का अध्यक्ष बनाने पर अड़ गई हैं। हालांकि ममता का यह कदम परंपरा के खिलाफ माना जा रहा है क्योंकि परंपरा के मुताबिक विपक्षी सदस्य को ही पीएसी का अध्यक्ष चुना जाता रहा है।
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले मुकुल रॉय को लोक लेखा समिति का सदस्य बनाए जाने पर भाजपा ने गहरी आपत्ति जताई है। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुकुल रॉय ने विधायकी से इस्तीफा नहीं दिया तो भी दलबदल रोधी कानून में उनकी सदस्यता चली जाएगी। ऐसे में उन्हें लोक लेखा समिति का सदस्य बनाने का कोई मतलब नहीं है। अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें अध्यक्ष बनाने की साजिश रच रही हैं।
निर्विरोध सदस्य चुने जा चुके हैं मुकुल
लोक लेखा समिति के लिए बुधवार को नामांकन भरा गया था और तृणमूल कांग्रेस की ओर से मुकुल रॉय समेत 14 सदस्यों ने पीएसी सदस्य बनने के लिए नामांकन दाखिल किया था जबकि भाजपा के 6 विधायकों ने सदस्य बनने का नामांकन भरा था। पीएसी में अधिकतम 20 सदस्य हो सकते हैं और इस तरह सभी विधायकों का नामांकन वैध पाए जाने के बाद उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया था।
अभी तक नहीं दिया विधानसभा से इस्तीफा
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान मुकुल रॉय ने भाजपा के टिकट पर कृष्णानगर उत्तर सीट से चुनाव जीता था। बाद में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। टीएमसी में शामिल होने के बावजूद उन्होंने अभी तक न तो विधानसभा से इस्तीफा दिया है और न ही दलबदल रोधी कानून के तहत उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है।
मुकुल रॉय ने टीएमसी छोड़कर 2017 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी और उन्हें पार्टी की ओर से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था मगर पिछले विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने भाजपा से इस्तीफा देकर ममता की मौजूदगी में टीएमसी की सदस्यता ले ली थी।
मुकुल के नाम पर भाजपा ने जताई आपत्ति
मुकुल रॉय को पीएसी का अध्यक्ष बनाने के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल में नया विवाद पैदा हो गया है। भाजपा विधायक दल के नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी परंपरा के खिलाफ कदम उठाने की कोशिश में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मुकुल रॉय की सदस्यता रद्द कराने के लिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पहले ही पत्र लिखा था मगर अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब ममता बनर्जी मुकुल रॉय को पीएसी का अध्यक्ष बनाने की साजिश रच रही हैं।
लाहिरी को अध्यक्ष बनाना चाहती है भाजपा
भाजपा की ओर से जिन सदस्यों को पीएसी का सदस्य चुना गया है और उनमें प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अशोक लाहिरी भी शामिल है। भाजपा लाहरी को अध्यक्ष बनाने की कोशिश में जुटी हुई है जबकि ममता इस पद पर मुकुल रॉय को बिठाना चाहती हैं। भाजपा ने लोक लेखा समिति के सदस्य के लिए मुकुल रॉय के नामांकन पर भी आपत्ति जताई थी।
भाजपा की ओर से इस बाबत विधानसभा सचिव को पत्र लिखकर मुकुल के नामांकन को खारिज करने की मांग की गई थी। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की ओर से इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया गया।
तृणमूल कांग्रेस ने दिया भाजपा को जवाब
दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाजपा की आपत्तियों का जवाब भी दिया गया है। पार्टी का कहना है कि विधानसभा से जुड़ी किसी भी कमेटी के अध्यक्ष की नियुक्ति विधानसभा अध्यक्ष की ओर से की जाती है। वे अपनी इच्छा के अनुसार किसी को भी इस पद पर नियुक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं। टीएमसी के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष के विशेषाधिकार को चुनौती नहीं दी जा सकती है।
वैसे जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुकुल रॉय को अध्यक्ष बनाने का मन बना चुकी हैं। हालांकि अभी तक परंपरा के अनुसार विपक्षी सदस्य को ही यह पद मिलता रहा है मगर ममता बनर्जी मुकुल रॉय को अध्यक्ष बनाकर भाजपा को एक और झटका देने पर अड़ी हुई है।