पत्रकारों के सवाल पर तिलमिला उठे नीतीश कुमार, डीजीपी को लगाया फोन, फिर
नीतीश कुमार ने लालू यादव के शासन की याद दिलाते हुए कहा कि पत्रकारों को बताना चाहिए कि 2005 से पहले क्या हालात है? कितना हिंसा और अपराध होता था। आज वैसी स्थिति है क्या?
पटना: बिहार के पटना में इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। विपक्ष कानून व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश सरकार पर हमला बोल रहा है।
जिसके बाद से प्रदेश सरकार सवालों घेरे में आ गई है। आज जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से रूपेश हत्याकांड को लेकर सवाल पूछा तो वे खफा हो गए। गुस्से में पत्रकारों से पूछा कि जंगलराज भूल गए क्या?
कानून व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश कुमार और पत्रकारों के बीच जमकर बहस हुई। नीतीश ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें अगर किसी अपराध की जानकारी मिलती है तो डीजीपी को बताएं।
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नीतीश कुमार ने डीजीपी को लगाया फोन
इस पर पत्रकारों ने कहा कि डीजीपी साहब फोन नहीं उठाते हैं। इसके बाद नीतीश कुमार ने सीधा डीजीपी एसके सिंघल को फोन लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध पर कार्रवाई हो रही है, यह भूलना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि रूपेश कुमार की हत्या बेहद दुखद है। मामले की जांच हो रही है। उन्होंने ये भी कहा कि अपराधी क्या किसी से परमिशन लेकर अपराध करता है।
पत्रकारों का इस तरह से सवाल पूछना बिल्कुल गलत है। पुलिस को हतोत्साहित नहीं करना चाहिए क्योंकि पुलिस पूरी तरीके से अपना काम कर रही है।
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पत्रकारों को बताना चाहिए कि 2005 से पहले बिहार में क्या हालात थे: नीतीश कुमार
पत्रकारों को अगर किसी के बारे में जानकारी मिलती है कि किसका मर्डर किसने किया तो उन्हें यह पुलिस को बताना चाहिए।
उन्होंने लालू यादव के शासन की याद दिलाते हुए कहा कि पत्रकारों को बताना चाहिए कि 2005 से पहले क्या हालात है? कितना हिंसा और अपराध होता था। आज वैसी स्थिति है क्या? बिहार आज के दिन में अपराध के मामले में 23वीं नंबर पर है।
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