मोदी के नामांकन में एकजुटता दिखाएगा NDA, नीतीश समेत सभी नेता रहेंगे मौजूद
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी आज दोपहर राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। मोदी के नामांकन के मौके पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए की ओर से पूरी एकजुटता दिखाने की तैयारी है।
पटना: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी आज दोपहर राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। मोदी के नामांकन के मौके पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए की ओर से पूरी एकजुटता दिखाने की तैयारी है। मोदी के नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत एनडीए में शामिल अन्य दलों के नेता मौजूद रहेंगे।
इस बार डिप्टी सीएम नहीं बन सके मोदी
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार एनडीए एक बार फिर बहुमत पाने में कामयाब रहा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशील मोदी को एक बार फिर उपमुख्यमंत्री बनाना चाहते थे मगर भाजपा नेतृत्व इसके लिए तैयार नहीं हुआ। तभी से सुशील मोदी के राज्यसभा के जरिए केंद्र की राजनीति में जाने के कयास लगाए जा रहे थे। लोजपा के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव की घोषणा के बाद भाजपा नेतृत्व ने सुशील मोदी की उम्मीदवारी को हरी झंडी दिखा दी थी।
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इन नेताओं की रहेगी मौजूदगी
भाजपा ने राज्यसभा के लिए सुशील मोदी को पहली बार चुनाव मैदान में उतारा है। मोदी दोपहर 12.30 बजे पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल के समक्ष नामांकन दाखिल करेंगे। मोदी के नामांकन के मौके पर एनडीए की ओर से पूरी एकजुटता दिखाने की तैयारी की गई है। उनके नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा कई वरिष्ठ नेता मंत्री व भाजपा पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। बिहार में एनडीए के प्रमुख सहयोगी दलों वीआईपी के अध्यक्ष व नीतीश कैबिनेट में मंत्री मुकेश सहनी और हम के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी मोदी के नामांकन के मौके पर मौजूद रहेंगे।
केंद्र में मिल सकती है मंत्री पद की जिम्मेदारी
सियासी जानकारों का कहना है कि राज्यसभा सदस्य बनने के बाद मोदी को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल के मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान सुशील मोदी को खाद्य व आपूर्ति मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। निधन से पहले लोजपा नेता रामविलास पासवान के पास इस मंत्रालय की जिम्मेदारी थी।
मोदी बिहार में ही काम करने के इच्छुक
वैसे सुशील मोदी अभी भी बिहार में ही काम करने के इच्छुक हैं। वे कई मंचों के जरिए अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं।
पिछले दिनों एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि बिहार एनडीए में ही उनकी आत्मा बसती है और वे आगे भी बिहार में एनडीए की मजबूती के लिए काम करना चाहते हैं।
महागठबंधन के कदमों पर टिकी नजर
मोदी की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद से ही हर किसी की नजर महागठबंधन की ओर से उठाए जाने वाले कदमों पर टिकी हुई है। महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में श्याम रजक के नाम की चर्चा जोरों पर है। रजक नीतीश कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं और बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने जदयू से इस्तीफा देकर राजद का दामन थाम लिया था। रजक विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे मगर उनकी मंशा पूरी नहीं हो सकी। वे अपनी परंपरागत सीट फुलवारी शरीफ से चुनाव मैदान में उतारना चाहते थे मगर यह सीट वामदल के खाते में चले जाने से रजक चुनाव नहीं लड़ सके।
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लोजपा ने ठुकराया राजद का ऑफर
सूत्रों के मुताबिक राजद की ओर से अब रजक को राज्यसभा चुनाव में उतारने की तैयारी है। राजद ने पहले रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को समर्थन देने की बात कही थी मगर लोजपा की ओर से राजद के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। राजद की दलील थी कि पासवान के निधन से रिक्त हुई इस राज्यसभा सीट पर किसी दलित नेता को ही भेजा जाना चाहिए मगर लोजपा इसके लिए तैयार नहीं हुई। महागठबंधन की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने की सूरत में 14 दिसंबर को मतदान होगा। वैसे एनडीए को पूर्ण बहुमत हासिल होने के कारण सुशील मोदी की जीत तय मानी जा रही है।
अंशुमान तिवारी