New Army Chief: देश के नए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने संभाला कार्यभार, जानें उनकी नियुक्ति क्यों है अहम

देश के नए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे महाराष्ट्र (Maharashtra) के नागपुर से ताल्लूक रखते हैं। उनका जन्म डॉ. सीजी पांडे और ऑल इंडिया रेडियो में अनाउंसर और होस्ट रह चुकीं प्रेमा के यहां हुआ था।

Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2022-04-30 09:24 GMT

देश के नए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे: Photo - Social Media

New Delhi: देश के 29वें थल सेना प्रमुख (army chief) के रूप में जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pandey) ने आज कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने पूर्व सेना प्रमुख जनरल मुकुंद माधव नरवणे (General Mukund Madhav Naravane) की जगह ली है। इस पद पर उनकी नियुक्ति की घोषणा 18 अप्रैल 2022 को ही रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) द्वारा कर दिया गया था।

बता दें कि जनरल मनोज पांडे को 1 फरवरी 2022 को देश के उप सेना प्रमुख बनाया गया था। इस स्थान पर पहले लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती (Lt Gen Chandi Prasad Mohanty) काबिज थे। जो इसी साल 31 जनवरी को सेवा से रिटायर हुए थे। जनरल पांडे के नाम एक बड़ी उपलब्धि भी जुड़ रही है, वे देश के पहले इंजीनियर होंगे, जिन्हें सेना प्रमुख की कमान मिली है।

कौन है जनरल मनोज पांडे (Who is General Manoj Pandey)

देश के नए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे महाराष्ट्र (Maharashtra) के नागपुर से ताल्लूक रखते हैं। उनका जन्म डॉ. सीजी पांडे और ऑल इंडिया रेडियो में अनाउंसर और होस्ट रह चुकीं प्रेमा के यहां हुआ था। स्कूल शिक्षा प्राप्त करने के बाद पांडे एनडीए में शामिल हुए। उन्होंने स्टाफ कॉलेज, केम्बरली (यूनाइटेड किंगडम) से स्नातक किया। इसके अलावा उन्होंने आर्मी वार कॉलेज, महू और नेशनल डिफेंस कॉलेज दिल्ली में हायर कमांड कोर्स में भाग लिया था।

जनरल मुकुंद माधव नरवणे -देश के नए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे: Photo - Social Media

पांडे को 1982 में सेना के कोर ऑफ इंजीनियरर्स में कमीशन दिया गया था। सेना में कमीशन होने के बाद 1983 में उन्होंने अर्चना सालपेकर से शादी की। अर्चना नागपुर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से गोल्ड मेडलिस्ट थीं।

सेना में सफर

सन् 1982 में भारतीय सेना से जुड़े लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने अपने 39 साल के सैन्य करियर में कई अहम जिम्मेदारियां संभाली और कई प्रमुख सैन्य ऑपरेशन में शामिल भी हुए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 'ऑपरेशन पराक्रम' के दौरान एलओसी (LOC) के साथ एक इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभाली। वह ऑपरेशन विजय में भी शामिल हुए थे। इसके अलावा मनोज पांडे ने पश्चिमी थिएटर में इंजीनियर ब्रिगेड, जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर इन्फेंट्री ब्रिगेड, पश्चिमी लद्दाख में माउंटेन डिविजन, अंडमान निकोबार कमांड के कमांडर इन चीफ होने के साथ –साथ पूर्वी कमान का नेतृत्व भी संभाला था। इसके अतिरिक्त वो संय़ुक्त राष्ट्र के मिशन पर भी जा चुके हैं। इस मिशन के तहत उन्होंने इथियोपिया और इरिट्रिया जैसे अफ्रीकी देशों में जनरल इंजीनियर के तौर पर काम किया है।

देश के नए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे: Photo - Social Media

मिल चुके हैं कई पुरस्कार

देश के नए सेना प्रमुख बने जनरल मनोज पांडे ने देश के लगभग सभी इलाकों में काम कर चुके हैं। उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) जैसे दो परंपरागत दुश्मन देशों की सीमाओं के अलावा आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में भी काम किया है। उनके इन्हीं योगदान के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक, थल सेनाध्यक्ष प्रशस्ति, और दो बार जीओसी- इन-सी प्रशस्ति से सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव को देखते हुए उनकी नियुक्ति बेहद अहम मानी जा रही है। क्योंकि चीन सीमा पर काम करने का उनके पास अच्छा अनुभव है।

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