जरूरी हुआ लॉकडाउन: दूसरी लहर से खतरे में पूरा देश, विकट होती स्थितियां
महाराष्ट्र में कोरोना से हालात बहुत ही विकट होते जा रहे हैं। मंगलवार को यहां 24 घंटे में 55,469 नए मामले दर्ज हुए
नई दिल्ली: पूरे देश में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि वायरस की दूसरी लहर कितनी ज्यादा खतरनाक है। बीते दिन मंगलवार को कोरोना के 96,982 नए मामले दर्ज किए गए। जबकि 446 मौतें हुईं। जिस तरह से महामारी के मामले सामने आ रहे हैं स्थिति बहुत ही भयानक होती जा रही हैं। इससे पहले 5 अप्रैल के आकड़ों को देखें तो देश में पहली बार एक दिन में 1.03 लाख केस दर्ज हुए थे और 478 मौतें हुई थीं। कोरोना गाइडलाइन्स, कड़ी पाबंदियां और जारी वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना वायरस हर दिन और भी दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है। सारी कोशिशें कोरोना की दूसरी लहर को थामने में नाकाम होती नजर आ रही हैं।
कोरोना से हालात बहुत ही खतरनाक
महाराष्ट्र में कोरोना से हालात बहुत ही विकट होते जा रहे हैं। मंगलवार को यहां 24 घंटे में 55,469 नए मामले दर्ज हुए और 297 मौतें हुईं। कड़ी पाबंदियों के बाद भी राज्य में कई असर नहीं हो रहा है। पूरे महाराष्ट्र में मंगलवार तक लगभग 25 लाख लोग क्वारटाइन में हैं और कुल 4,72,283 मामले सक्रिय है।
मायानगरी मुंबई में भी स्थितियां कुछ ऐसी ही हैं। यहां मंगलवार को 10,030 नए दर्ज हुए, जबकि 31 मौतें हुईं। ऐसे में राज्य के बारामती जिले में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया गया। बता दें, इस निर्णय का बारामती के व्यापारियों ने विरोध किया। वहीं जिले के व्यापारियों ने सुबह से नियमित रूप से अपनी दुकानें खोली थीं, लेकिन अचानक पुलिस प्रशासन ने इन दुकानों को बंद करने का निर्देश दिया।
ताजा जानकारी के अनुसार, अब तक देश में कुल 1 करोड़, 26 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। ऐसे में अगर इसी रफ्तार से नए मामले आते रहे तो जल्द ही भारत में कोरोना डेढ़ करोड़ का आंकड़ा पार हो जाएगा। जिसकी कल्पना करना भी काफी मुश्किल है। फिलहाल पूरे भारत में 7,88,223 केस एक्टिव हैं वहीं अब तक कुल 1,65,547 मौतें हो चुकी हैं।
लगातार बढ़ रहे मामलों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देश में कोरोना महामारी का असर बढ़ गया है। लोगों को चेतावनी दी जाती है कि स्थिति को हल्के में नहीं लेना चाहिए। महामारी का असर पहले से ज्यादा खतरनाक है और मामले भी पिछली बार से ज्यादा बढ़ रहे हैं।
आगे मंत्रालय ने कहा कि सभी के लिए टीकाकरण का फैसला वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ लिया जाना चाहिए, लेकिन, हम खुशकिस्मत हैं कि हमारे पास वैक्सीन का प्रोडक्शन करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। देशभर में 44 हजार टीकाकरण केंद्र चलाए जा रहे हैं। वहीं देश में टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है और अब तक वैक्सीन की 8.40 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं।
11 राज्यों की स्थिति बहुत खराब
इसी कड़ी में नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है, ऐसे में अगले तीन-हफ्ते काफी अहम होंगे। दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों के लिए आदेश पारित किया है कि 45 साल से ऊपर के सभी कर्मचारी टीकाकरण करा लें। जिससे कोविड-19 संक्रमण रोका जा सके।पूरे देश में 80% मामले इन 11 राज्यों छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और कर्नाटक से आ रहे हैं।
बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में ऱखते हुए दिल्ली सरकार ने 30 अप्रैल तक रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है। नाइट कर्फ्यू के दौरान राशन, किराना, फल, सब्जी, दूध, दवा से जुड़े दुकानदारों को ई-पास के जरिए ही आने-जाने की छूट होगी। साथ ही प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी ई-पास के जरिए ही मूवमेंट की मंजूरी है। वहीं प्राइवेट डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को भी आईडी कार्ड दिखाने पर छूट मिलेगी।
सबसे बड़ी बात ये है कि दिल्ली में मंगलवार से 24 घंटे कोरोना का टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। बता दें, पूरे देश में दिल्ली ऐसा पहला शहर है जहां 24 घंटे टीके लगाए जाएंगे। इस बारे में सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 5 अप्रैल को दिल्ली में कुल 87,673 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
उत्तर प्रदेश के हाल देखें तो यहां पिछले 24 घंटों में 5,928 नए मामले आए और 30 लोगों की मौत हुई। राजधानी लखनऊ में बीते 24 घंटों में 1,188 नए केस दर्ज हुए और 7 लोगों की मौत हुई है।
ऐसे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि राज्य में धारा-144 का सख्ती से पालन कराया जाए। बढ़ते संक्रमण और पंचायत चुनाव को देखते हुए धारा-144 को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। जिसके चलते अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्वी ने जिला प्रशासन को इस संबंध में पत्र लिखा है। आगामी पंचायत चुनाव प्रचार में भी पांच से ज्यादा लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी होगी।