Painkillers Side Effects: पेनकिलर दवा जो दिल को भी कर सकती है डैमेज, आइये जानते हैं विस्तार से

Painkillers Side Effects in Hindi: क्लिनिकल फार्माकोलॉजी एंड थेरेप्यूटिक्स में प्रकाशित एक अध्ययन के निष्कर्षों के अनुसार उन व्यक्तियों की पहचान करने के तरीके डेवलप किये जा सकते हैं जो डिक्लोफेनाक से गंभीर दुष्प्रभावों के प्रति संवेदनशील हैं।

Update: 2023-05-08 08:06 GMT
Painkillers Side Effects in Hindi (Pic - Social Media)

Painkillers Side Effects in Hindi: दर्द व सूजन मिटाने की एक दवा जिसने गिद्धों का सफाया कर दिया, वह इंसानों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है। इस दवा का नाम है - डिक्लोफेनाक। क्लिनिकल फार्माकोलॉजी एंड थेरेप्यूटिक्स में प्रकाशित एक अध्ययन के निष्कर्षों के अनुसार उन व्यक्तियों की पहचान करने के तरीके डेवलप किये जा सकते हैं जो डिक्लोफेनाक से गंभीर दुष्प्रभावों के प्रति संवेदनशील हैं। ये तरीके खास समूहों के लिए दवा की सुरक्षित खुराक निर्धारित करने में भी सहायता कर सकती हैं, जिनमें महिलाएं, छोटे बच्चे और कुछ जातीय पृष्ठभूमि के व्यक्ति शामिल हैं। इस दवा के मेटाबोलिज्म में मदद करने वाला एंजाइम हर इंसान में अलग अलग प्रभाव दिखाता है। इस एंजाइम की अभिव्यक्ति एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में 3,000 गुना तक अलग हो सकती है।

अमेरिका में लगी थी रोक

डिक्लोफेनाक 2013 तक अमेरिका में एक ओवर-द-काउंटर दवा के रूप में उपलब्ध थी। जब ये पता चला कि इस दवा से हार्ट को नुकसान पहुंच सकता है तो खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने इस सिर्फ डॉक्टर के नुस्खे पर ही बेचे जाने तक सीमित कर दिया। लेकिन आज भी अमेरिका में इसके लिए प्रति वर्ष 10 मिलियन से अधिक नुस्खे लिखे जाते हैं। यह दुनिया भर में सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली गैर-स्टेरायडल दर्द व सूजन विरोधी दवाओं में से एक है। एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व के कई देश अभी भी डिक्लोफेनाक के ओवर-द-काउंटर बिक्री की अनुमति देते हैं।

अर्थराइटिस में दी जाती है दवा

नई स्टडी के वरिष्ठ लेखक भागवत प्रसाद, वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ फ़ार्मेसी एंड फ़ार्मास्युटिकल साइंसेज के एक एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनका कहना है कि डिक्लोफेनाक का उपयोग करने वाले अधिकांश लोग गठिया के रोगी होते हैं। और उनमें से कई को हृदय रोग का खतरा है। प्रोफेसर प्रसाद ने कहा - एक चिंता है कि डिक्लोफेनाक लेने से उन मरीजों को दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी कार्डियोवैस्कुलर घटनाओं के और भी अधिक जोखिम में डाल दिया जा सकता है।

दवा का एंजाइम

वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी (डब्लूएसयू) की टीम के पिछले निष्कर्षों ने "यूजीटी2बी17" एंजाइम की अभिव्यक्ति में हाई लेवलकी परिवर्तनशीलता पाई थी। ये एंजाइम डाइक्लोफेनाक मेटाबॉलिज्म में एक ज्ञात तत्व है। उस अध्ययन से पता चला कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ये एंजाइम बहुत कम स्तर पर मौजूद है। इससे शोधकर्ताओं को लगा कि डिक्लोफेनाक लेने वाली महिलाओं में दिल के डैमेज होने के बढ़ते जोखिम का यही कारक है। उन्होंने यह भी पाया कि नौ साल से कम उम्र के बच्चों में एंजाइम ज्यादातर अनुपस्थित है। लगभग 90 फीसदी जापानी लोगों में इस एंजाइम की कमी पाई गई।

नए अध्ययन में डब्ल्यूएसयू के शोधकर्ताओं ने कंप्यूटर आधारित मॉडलिंग के साथ-साथ मानव लिवर और आंतों के नमूनों का इस्तेमाल किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह एंजाइम अन्य संबंधित एंजाइमों के सापेक्ष डाइक्लोफेनाक मेटाबॉलिज्म में किस हद तक योगदान देता है। उन्होंने इसे एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में पाया जिससे इस निष्कर्ष को बल मिला कि इस एंजाइम का निम्न स्तर डिक्लोफेनाक के उपयोग से जुड़े हृदय क्षति का कारण हो सकता है। अध्ययन में पाया गया कि यह एंजाइम डिक्लोफेनाक को मुख्य रूप से आंतों में मेटाबोलाइज करता है, जबकि अन्य संबंधित एंजाइम ज्यादातर लीवर में सक्रिय होते हैं। इस शोध के अगले चरण में इंसानों पर क्लिनिकल ट्रायल किया जाएगा।

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