Bacchedani Me Sujan: बच्चेदानी में सूजन के पीछे हो सकते हैं ये कारण, जानें इसे दूर करने के उपाय
Bacchedani Me Sujan: महिलाओं के बच्चेदानी में सूजन की समस्या आम है। लेकिन इसे नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता है। समय रहते इसका इालाज करा लेना चाहिए।
Bacchedani Me Sujan: मां बनने की खुशी का अहसास अद्धभुत होता है, ऐसी फीलिंग्स सिर्फ मां ही बता सकती है। लेकिन कभी कभी प्रसव के बाद कुछ महिलाओं को बहुत सारी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। जैसे प्रसव के बाद अक्सर महिलाओं की बच्चेदानी में सूजन आ जाती है। बच्चेदानी, महिलाओं का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है, क्योंकी इसी में वे पूरे 9 महीने अपने बच्चे को पालती हैं।
एंडोमेट्रैटिस (Endometritis) अथवा बच्चेदानी में सूजन किसी संक्रमण के कारण आ जाती है। एंडोमेट्रैटिस की समस्या महिलाओं में उनके प्रसव के बाद देखी गयी हैं। यूटरस या बच्चेदानी में सूजन लड़कियों में बहुत कम यानि न के बराबर देखा गया है। साथ ही जिन महिलाओं का मासिक धर्म बंद हो गया हो उनमे भी इस तरह की दिक्कत कम देखी गयी है।बच्चेदानी में सूजन जानलेवा नहीं है लेकिन इसका जल्द से जल्द इलाज कराना महत्वपूर्ण है अन्यथा यह प्रजनन अंगों, प्रजनन क्षमता, तथा अन्य सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
बच्चेदानी में सूजन के लक्षण(Symptoms of Inflammation in the Uterus)
- पेट में सूजन
- पैल्विक या पेट दर्द
- योनि से असामान्य रक्तस्राव
- मल त्याग करते समय असुविधा
- कब्ज़ की समस्या
- बुखार या ठंड लगना
- थकान महसूस करना
बच्चेदानी में सूजन के कारण(Causes of swelling in uterus)
गर्भाशय ग्रीवा, जो गर्भाशय का सबसे नीचे का हिस्सा है तथा गर्भाशय का प्रवेश द्वार है, आमतौर पर बैक्टीरिया को गर्भाशय से बहार रखता है। लेकिन प्रसव के दौरान जब गर्भाशय ग्रीवा खुली होती है, बैक्टीरिया गर्भ में प्रवेश कर सकते हैं। यही बैक्टीरिया एंडोमेट्रैटिस का कारण बनता है।
बच्चेदानी में सूजन का उपाय(Bacchedani Me Sujan Ka Upaye)
ऐसे में बेहतर होगा आप डॉक्टरी सलाह जरूर लें। इसके साथ ही डॉक्टर लक्षणों के पीछे के कारणों को समझने के लिए निम्नलिखित परीक्षणों का सुझाव दे सकता है-
- रक्त परीक्षण
- सरवाइकल कल्चर
- गर्भाशय ग्रीवा से स्खलन का परीक्षण
- एंडोमेट्रियल बायोप्सी
- लैप्रोस्कोपी या हिस्टेरोस्कोपी
बच्चेदानी में सूजन के घरेलू उपाय(home remedies for swollen uterus)
एंडोमेट्रैटिस (Endometritis) अथवा बच्चेदानी में सूजन की समस्या से निजात पाने के लिए महिलाएं घरेलू उपायों को आजमा सकती हैं। लेकिन तकलीफ बढ़ने पर स्त्री रोग विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं। चलिए जानते हैं इसके कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में
फलों का जूस(Fruit Juice)
बच्चेदानी में सूजन से पीड़ित महिला के लिए फलों का जूस पीना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए पीड़ित महिलाएं, डॉक्टर से सलाह लेकर चार-पांच दिन तक उपवास रखें और केवल फलों का जूस पिएं। यह एक कारगर उपाय हो सकता है।
निर्गुंडी का औषधीय पौधा
निर्गुंडी के पौधे में वेदना शामक व मज्जा तंतुओं को शक्ति देने का औषधीय गुण मौजूद है। इसलिए इसके सेवन से सूजन को कम किया जा सकता है।
पैरों को ऊपर उठाना
पैरों को उठाकर लेटने से भी आराम मिलता है। इस तरह से आराम करने से बच्चेदानी की सूजन कम हो सकती है। दिन में दो से तीन बार आप ऐसा कर सकती हैं।
तली भुनी चीजों का परहेज करें
बच्चेदानी में सूजन की समस्या होने पर तली भुनी चीजों का परहेज करना चाहिए। ऑइली खाना खाने से सूजन बढ़ सकता है।
बादाम का सेवन
बादाम कई सारी बीमारियों के इलाज के अलावा बच्चेदानी के सूजन में भी लाभकारी है। इसके लिए एक चम्मच बादाम रोगन, तीन चम्मच शरबत बनफ्सा और खांड को पानी में मिलाकर सुबह-सुबह पिएं। साथ ही एक रुई के फाहे को बादाम रोगन में भिगाकर जननांग के मुंह पर रखें। इससे आपको आराम मिल सकता है।