हरे मटर के फायदे: सेहत से लेकर सुंदरता तक, होता है इतना असरदार
मटर में पाए जाने वाला प्रोटीन और फाइबर भी ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकते हैं। इसमें विटामिन-A, B, C और K भी पाया जाता है जो डायबिटीज के खतरे को कम करता है।
लखनऊ :सर्दियों के मौसम में मटर की खपत अधिक होती है। इसे खाने का मजा ही कुछ और है। एक तरफ इसका स्वाद लाजवाब है, तो वहीं दूसरी तरफ इनके आयुर्वेदिक गुण हैं। मटर में ऐसे कई पोषक तत्व हैं, जो गंभीर से गंभीर बीमारियों के इलाज में सक्षम हैं। मटर में विटामिन-A , विटामिन-B1, विटामिन -B6, विटामिन -C और विटामिन -K पाया जाता है। मटर हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा और बालों के लिए भी काफी लाभकारी माना जाता है।
पोषक तत्व
हरे मटर में कैलोरी बहुत कम होती है और फाइबर, प्रोटीन, मैंगनीज, आयरन और फोलेट की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। अगर आप वजन घटाना चाहते है तो हरा मटर आपकी मदद करेगा। मटर में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसके सेवन से पेट जल्दी भर जाता है और लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं होता।
हड्डियों बनेगा मजबूत
कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक के साथ-साथ मटर में विटामिन -C और विटामिन -K भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। विटामिन-K शरीर को ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से बचाता है। उबली हुई एक कप हरी मटर में विटामिन K-1 का RDA होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए जाना जाता है। टर का उपयोग त्वचा के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी माना जाता है। मटर में पाया जाने वाला Vitamin-C से शरीर में कोलेजन बनता है। इससे स्किन बेदाग और चमकदार बनी रहती है।
खुजली, रैशेज और जलन में सहायक
विशेषज्ञों के मुताबिक मटर में एक खास तत्व एराकिडोनिक एसिड पाया जाता है। इसमें प्रभावशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इस कारण मटर का उपयोग स्किन इंफ्लामेशन से संबंधित समस्याओं जैसे:- खुजली, रैशेज और जलन में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
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मोटापा कम नहीं
जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। मटर में एंटीऑक्सीडेंट के साथ कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिनमें कैंसर से बचाव करने के गुण पाए जाते हैं। इस कारण मटर खाने के फायदे में कैंसर की समस्या से बचाव भी शामिल किया जा सकता है। मटर में कई खास तत्व पाए जाते हैं, जो हृदय संबंधी विकारों को दूर करने में सक्षम होते हैं।
बीपी शुगर कम
मटर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचाता है। मटर शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। जिससे यह न केवल ब्लड प्रेसर के लिए बल्कि हार्ट के लिए भी अच्छा माना जाता है। मटर में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम मौजूद होता है। विशेषज्ञों का मानना है, कि मैग्नीशियम शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक सिद्ध होता है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है, कि इसका नियमित इस्तेमाल रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
पाचन प्रक्रिया में मददगार
मटर में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे हमारा डाइजेशन सिस्टम अच्छा रहता है। हरे मटर की सेवन से शरीर में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ते हैं जिससे आंत सही से काम करती। मटर पाचन प्रक्रिया को मजबूत करने का काम करते हैं। मटर में हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक (कोलेस्ट्रोल नियंत्रण) और एंटी कार्सिनोजेनिक (कैंसर से बचाव) प्रभाव के साथ-साथ गैलेक्टोज ऑलिगोसैकराइड्स (पाचन में सहायक सूक्ष्म जीवों को प्रेरित करने वाला तत्व) भी मौजूद रहते है तो पाचन क्रिया को मजबूत करने का काम करते है।
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मटर में एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ-साथ एंटी-हाइपर ग्लाइसेमिक (ब्लड शुगर को नियंत्रित करने वाले) प्रभाव भी पाए जाते हैं। मटर में पाए जाने वाला प्रोटीन और फाइबर भी ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकते हैं। इसमें विटामिन-A, B, C और K भी पाया जाता है जो डायबिटीज के खतरे को कम करता है।