हेल्थ इमरजेंसी ! जल्दी पढ़िये राज्यों को दिये गए ताजा कड़े निर्देश
कोरोना से जंग में अब तक मिली सफलता से उत्साहित केंद्र सरकार ने आगे भी सोशल डिस्टेंसिंग को सफल बनाकर इस घातक वायरस की तीसरी स्टेज को रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इसी कड़ी में हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति के मद्देनजर राज्यों को कोरोना मरीजों के लिए अलग से अस्पताल बनाने के ताजा निर्देश जारी किये गए हैं।
कोरोना से जंग में अब तक मिली सफलता से उत्साहित केंद्र सरकार ने आगे भी सोशल डिस्टेंसिंग को सफल बनाकर इस घातक वायरस की तीसरी स्टेज को रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इसी कड़ी में हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति के मद्देनजर राज्यों को कोरोना मरीजों के लिए अलग से अस्पताल बनाने के ताजा निर्देश जारी किये गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को सभी राज्यों से कोरोना वायरस से पीड़ितों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाने को कहा है। राज्यों से नये मरीजों के लिए अलग से अस्पताल बनाने के निर्देश भी दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विदेश से उपकरण भी मंगाए हैं।
यह सही है कि अभी तक देश में कोरोना तीसरी स्टेज में नहीं पहुचा है लेकिन फैलाव जिस तेजी से बढ़ रहा है। उसको देखते हुए केंद्र ने सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट जारी करते हुए हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।
जल्द से जल्द तैयार करें नए अस्पताल
इसके अलावा राज्यों से कोरोना पीडितों के लिए विशेष अस्पताल तैयार करने को भी हरी झंडी दे दी है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से पैसा दिया जाएगा। निर्देश है कि राज्य सरकारें जल्द से जल्द इन अस्पतालों को तैयार करें।
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खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कह रहे हैं कि कोरोना को हराने के लिए घरों में रहना जरूरी है। यह लड़ाई लंबी चल सकती है। कोरोना प्रभावितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि सभी राज्यों में कोविद-19 के इलाज के लिए अस्पताल नामित कर दिये गये हैं। वायरस का असर दो से 14 दिनों के भीतर होता है, इस दौरान कभी भी इसका प्रभाव हो सकता है।
इस दिन की जाएगी समीक्षा
लाक डाउन की स्थिति की 31 मार्च को विस्तृत समीक्षा की जाएगी, जिसके बाद अगला कदम उठाया जाएगा। लेकिन तैयारियां पूरी रहेंगी।
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सरकार ने 12 हजार वेंटीलेटर और अन्य उपकरण मंगाने का फैसला किया है। अस्पतालों को सभी ऐसी सर्जरी को रोक देने को कहा गया है जिनकी तत्काल जरूरत नहीं है।
सरकार आने वाले दिनों में स्थितियां बिगड़ने की संभावना को ध्यान में रखकर तैयारी कर रही है। जिसमें मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकता है।