Health Tips: जोड़ों के दर्द से हैं परेशान, तो इन आदतों को खुद से करें दूर

जिन लोगों  का वजन अधिक होता है मोटाफा रहता है  उनका ज्यादा वजन बढ़ने से फिटनेस  बेकार होती ही है साथ ही शरीर के कई अंगों पर अत्याधिक दबाव पड़ने से दर्द की समस्या आने लगती है।

Update:2021-01-16 10:28 IST
​ जिन लोगों  का वजन अधिक होता है मोटाफा रहता है  उनका ज्यादा वजन बढ़ने से फिटनेस  बेकार होती ही है साथ ही शरीर के कई अंगों पर अत्याधिक दबाव पड़ने से दर्द की समस्या आने लगती है। यह पढ़ें...बिहार में स्वास्थ्यकर्मियों से पहले इस खास शख्स को लगाया जाएगा कोरोना का टीका

लखनऊ: सर्दी आते ही कई तरह की शारीरिक समस्या उभरने लगती है। इसमें एक जोड़ों का दर्द है। जोड़ों का दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में परेशानी को दर्शाता है। ये समस्या बुजुर्गों में आमतौर पर होती है। सामान्य तौर पर शरीर के विभिन्न अंगों में होने वाले इस दर्द को किसी मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है। ये अचानक से आता है और बिना किसी उपचार के अपने आप चला जाता है।

दर्द असहनीय

लेकिन कई बैर जब दर्द असहनीय हो जाता है तब तमाम लोग मांसपेशियों में होने वाले दर्द का मेडिकल ट्रीटमेंट करवाते हैं। लेकिन क्या जानते हैं शरीर में इस तरह का दर्द अचानक से क्यों होता है। मसल्स पेन शरीर में किसी चोट के कारण भी हो सकता है। वहीं जोड़ों के दर्द का एक आम कारण भी है। कुछ आदतें हैं जो जोड़ों के दर्द का कारण बनती हैं। ​ जिन लोगों का वजन अधिक होता है मोटाफा रहता है उनका ज्यादा वजन बढ़ने से फिटनेस बेकार होती ही है साथ ही शरीर के कई अंगों पर अत्याधिक दबाव पड़ने से दर्द की समस्या आने लगती है।

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मोटापा

 

शरीर का वजन बढ़ने पर अधिक बोझ कूल्हों, पीठ, पैरों और हिप पर पड़ता है जिससे जोड़ों में दर्द होता है। शारीरिक तनाव भी जोड़ों के दर्द का कारण हो सकता है।

 

 

 

एक ही पोजिशन

 

अगर आप लंबे समय तक एक ही पोजीशन में रहते हैं तो कमर में दर्द हो सकता है। इस तरह लगातार बैठने से पीठ में भी दर्द होने लगता है। कई लोगों को स्लिप डिस्क की समस्या भी यही पोजीशन होती है। मालूम हो कि ज्यादातर लोग ऑफिस में कई घंटो कंप्यूटर के सामने एक ही पोजीशन में बैठकर काम करते हैं जिससे वे रीढ़ की हड्डी अकड़न महसूस करते हैं। इसलिए लंबी ड्यूटी के दौरान थोड़ा खुद को रिलेक्स दें और बीच-बीच में टहलते रहें।

 

कंफर्टेबल चप्पल- जूते

जूतों के कंफर्टेबल न होना भी हो सकता है। ज्यादा देर तक हील पहनने से भी पैरों में दर्द की समस्या होती है। हील्स पहनने से घुटनों को सीधा रखने के लिए जांघ की मांसपेशियों से ज्यादा मेहनत कराती हैं। लिहाजा हमें से जूते-चप्पलों का चुनाव करना आवश्यक है जो पैरों को आरामदायक लगें।

 

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लगातार मोबाइन फोन पर

मोबाइन फोन पर लगातार मैसेज टाइप करना भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है। चैटिंग के दौरान अंगूठे का काफी उपयोग होता है जिसके चलते हाथों में दर्द की समस्या महसूस हो सकती है। आप पीठ दर्द के शिकार हो सकते हैं। क्योंकि इससे आपकी कमर यानी रीढ़ की हड्डी को पूरा आराम नहीं मिलता है जिससे उसके आकार में बदलाव आने लगता है और दर्द की समस्या होने लगती है। कभी -कभी इस तरह से सोने से गर्दन में भी दर्द होने लगता है।

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