पोलस्ट्रैट एग्जिट पोल: देश में NDA को 346 सीटें और दिल्ली में क्लीन स्वीप का अनुमान
Pollstrat Exit Poll: लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को 346 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं इस सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक एमपी और दिल्ली में क्लीन स्वीप की तैयारी में है।
Pollstrat Exit Poll: लोकसभा चुनाव समाप्त हो गया है। 4 जून को परिणाम सामने आएंगे। परिणाम और चुनाव के बीच का दौर हमेशा जनता और राजनीतिक पार्टी दोनों के लिए महत्वपूर्ण होता है। दरअसल, इस अवधि में एग्जिट पोल निकाले जाते हैं। अलग-अलग सर्वे के आधार पर अनुमान लगाया जाता है कि इस बार आम चुनाव में किस सीट पर कौन सी पार्टी आगे चल रही है या यूं कहें कि कौन सी पार्टी के जीतने की संभावना अधिक है। इसी चुनावी नंबर के खेल में पोलस्ट्रैट ने पीपल्स इनसाइट्स और टीवी9 भारतवर्ष के साथ साझेदारी में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय वोटर्स से बीच एक सर्वे किया। एक करोड़ वोटर्स के प्रभावशाली सैंपल साइज के साथ यह सर्वेक्षण आप सब के सामने है। आइए, जानते हैं इस सर्वे के अनुसार, भारत में इस बार किसकी सरकार बनने जा रही है और कौन सी पार्टी कहां कमबैक कर रही है।
NDA को 346 सीटें मिलने का अनुमान
पोलस्ट्रैट के सर्व के अनुसार, लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 346 सीटें मिलने का अनुमान है, जो एक प्रचंड बहुमत की ओर इशारा करता है, परंतु एनडीए अपने '400 पार' के लक्ष्य को हासिल करने में 50 से अधिक सीटों से पीछे होती नजर आ रही है। दूसरी तरफ एग्जिट पोल के मुताबिक, इंडिया गठबंधन 162 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। इंडिया अलायंस में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और पंजाब में आम आदमी पार्टी शामिल हैं, जिनके क्रमशः 20 और 3 सीटें जीतने की उम्मीद है। भारत की सबसे पुरानी पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 65 सीटों तक सिमटती दिख रही है।
उत्तर भारत में कायम है 'मोदी पर भरोसा'
भाजपा के गढ़ उत्तर भारत में एनडीए के लिए अनुमान इस बार आशाजनक देखने को मिल रहे हैं। ये आंकड़े उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कायम रहने को दर्शाते हैं। राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण और सर्वाधिक लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में एनडीए गठबंधन को 66 सीटें मिलने की उम्मीद है, जो कि इंडिया ब्लॉक के सभी अंकगणित को गलत साबित करता है। बिहार में इंडिया गठबंधन को 8 सीटें हासिल होने का अनुमान है। वहीं एग्जिट पोल के अनुसार, बिहार में एनडीए को 29 सीटों के साथ पर्याप्त जनसमर्थन प्राप्त होता दिख रहा है। वहीं भाजपा को राजस्थान की 25 सीटों में से 19 पर जीत मिलने की संभावना है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को 5 सीटें जीतने का अनुमान है।
मध्य प्रदेश में क्लीन स्वीप करने जा रही भाजपा
टीवी9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा छत्तीसगढ़ में 11 और मध्य प्रदेश में 29 सीटें जीत कर क्लीन स्वीप करने जा रही है, जबकि कांग्रेस को 2019 की तुलना में मध्य प्रदेश में एक सीट का नुकसान होता दिख रहा है। एग्जिट पोल के अनुसार, उत्तराखंड, जहां भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर थी, वहां की सभी पांच सीटें भाजपा की झोली में जा रही हैं। अनुमान के अनुसार, उत्तराखंड में इस बार कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल रही है।
भारत के दक्षिणी राज्यों में एनडीए की बड़ी सेंध
भाजपा को दक्षिण में किए गए प्रयास का फल मिल रहा है क्योंकि एग्जिट पोल में पार्टी को महत्वपूर्ण लाभ मिलने का अनुमान लगाया गया है। भाजपा के साथ गठबंधन करके टीडीपी - जन सेना पार्टी को आंध्र प्रदेश की 25 में से 12 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। जबकि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को 13 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है। टीवी9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को कर्नाटक में 20 लोकसभा सीटें मिलने की संभावना है, जबकि राज्य में भाजपा को 18 सीटें मिलने की संभावना है। पिछले साल विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस को 8 सीटें मिलने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त भाजपा को केरल में एक सीट हासिल होने की उम्मीद है, जहां उसे पहले कोई सीट नहीं मिली थी, जो इस क्षेत्र में उसकी मजबूत उपस्थिति को दर्ज करता है। तेलंगाना और तमिलनाडु में भाजपा मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीए को केरल में एक सीट पर अपना खाता खोलने का अनुमान है, वही तेलंगाना में भाजपा सात सीटों पर बढ़त बनाती दिख रही है। कुल मिलाकर एनडीए गठबंधन को दक्षिण राज्यों में 44 सीटें मिलने का अनुमान है।
गुजरात में भाजपा का दबदबा, पंजाब में आम आदमी पार्टी मजबूत
पीएम नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में भाजपा के शानदार जीत दर्ज करने का अनुमान है। एग्जिट पोल में मतदाताओं के जनसमर्थन से भाजपा गुजरात की 26 सीटों पर क्लीन स्वीप कर सकती है। पंजाब भाजपा के लिए एक चुनौती बना हुआ है, जहां पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में केवल दो सीटें जीती थीं और एग्जिट पोल के अनुसार इस बार तीन सीटें हासिल कर रही है। आम आदमी पार्टी जिसने 2019 के आम चुनावों में तीसरे विकल्प के रूप में राज्य में शानदार शुरुआत की, उसे तीन सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि 2019 की तुलना में कांग्रेस द्वारा हासिल की गई सीटों की संख्या एग्जिट पोल के अनुसार घटकर पांच हो जाएगी।
दिल्ली में भाजपा करेगी क्लीन स्वीप
हरियाणा और देश की राजधानी दिल्ली में राजनीतिक उथल-पुथल का असर 2024 के लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के अनुमानों में देखा जा सकता है। वर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ने मतदाताओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला परन्तु ये प्रभाव मतदाताओं को भाजपा की ओर झुकाता दिख रहा है जो एग्जिट पोल में परिलक्षित है क्योंकि भाजपा को दिल्ली में सभी सात सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही हैं, जबकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का खाता भी खुलता नहीं दिख रहा है। हरियाणा में भाजपा को दस में से आठ सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है वही कांग्रेस दो सीटों पर सिमटती नज़र आ रही है। इस चुनाव में हरियाणा में पुनर्मतदान की एक भी घटना दर्ज नहीं की गई।
महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में कांटे की टक्कर
शिव सेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में विभाजन के बाद महाराष्ट्र में यह पहला चुनाव है, जिसमें एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीए गठबंधन को 22 और इंडिया गठबंधन को 25 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अगुआई वाली तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर में भाजपा बढ़त बनाते नज़र आ रही है। सूबे में तृणमूल कांग्रेस 20 सीटें पर आगे नज़र आ रही है तो वहीं दूसरी ओर भाजपा 21 सीटों के साथ आगे बढ़ती दिख रही है।
ओडिशा और जम्मू-कश्मीर में भाजपा को बढ़त
बीजू जनता दल (बीजेडी) का गढ़ रहे ओडिशा में राजनीतिक बदलाव देखने को मिल रहा है। एग्जिट पोल में भाजपा का 13 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने का संकेत है जबकि नवीन पटनायक की बीजेडी के 7 सीटों तक ही सीमित रहने का अनुमान है। जम्मू और कश्मीर, जहां अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहला लोकसभा चुनाव हुआ, ' पार्टी चुनने में बंटा हुआ नजर आ रहा है। बीजेपी 2 सीटों के साथ सबसे आगे उभर रही है और दूसरी ओर जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को एक - एक सीट मिलने का अनुमान है।