सबसे बड़ा अफसर: PM को भी चाहिए परमिशन, लाइफस्टाइल में टाटा-बिरला फेल

सरकारी अफसर बनना आसान नहीं लेकिन यूपीएससी की परीक्षा पास कर एक आईएएस अफसर बनने के बाद जो गर्व और लाइफ स्टाइल मिलती है, वह बेहद शानदार होती है। ऐसे में कोई इस शानदार लाइफ स्टाइल को नहीं जीना चाहेगा।

Update:2020-02-02 15:22 IST

लखनऊ: सरकारी अफसर बनना आसान नहीं लेकिन यूपीएससी की परीक्षा पास कर एक आईएएस अफसर बनने के बाद जो गर्व और लाइफ स्टाइल मिलती है, वह बेहद शानदार होती है। ऐसे में कोई इस शानदार लाइफ स्टाइल को नहीं जीना चाहेगा। एक IAS अफसर को उसकी सेवाओं के लिए तगड़ी सैलेरी तो मिलती ही है साथ ही बहुत सारी अन्य सुविधाएँ भी मिलती हैं।

क्या होता है IAS अफसर:

भारतीय नागरिक सेवा (ICS) के तहत आईएएस ऑफिसर का चयन किया जाता है। इनके जिम्मे देश चलाने का अधिकार होता है। आईएएस ऑफिसर भारतीय नौकरशाही में टॉप पर होता है। इससे ऊपर केवल केवल मंत्री होते हैं।

IAS को मिलती है ये सुविधाएँ:

एक आईएएस अफसर को सैलरी के साथ ही इतनी ज्यादा सुविधाएँ मिलती है कि उसकी जैसी लाइफ स्टाइल पाने की हर कोई इच्छा करेगा।

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आवास

आईएस अफसर को राज्य के राजधानी में वीवीआईपी प्रतिबंधित क्षेत्र में एक डुप्लेक्स बंगला मिलता है। उन्हें रहने के लिए अच्छी सुविधाएँ मिलती है। अफसर भले ही जिला/आयुक्त या मुख्यालय में पोस्टेड हो लेकिन तब भी उन्हें यह सुविधा प्राप्त होती है।

सर्विस क्वार्टर

इतना ही नहीं, अगर जिले या मुख्यालय में आईएएस अधिकारी की पोस्टिंग होती है तो उन्हें एक सर्विस क्वार्टर भी मिलता है भले ही उनका राज्य की राजधानी में एक आवास भी हो।

स्टाफ

अधिकारी को राज्य के आधिकारिक आवास या सर्विस क्वार्टर में उनके रोजमर्रा के काम को करने के लिए घरेलू स्टाफ भी मिलता है।

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बिल

आईएएस अफसरों को आम घरेलू सेवाओं के लिए भी कोई भुगतान देना नहीं पड़ता है। उनको मिले सरकारी आवव में बिजली व्यवस्था पूरी तरीके से मुफ्त होती है। फोन का बिल भी नहीं देना पड़ता। उन्हें फ्री कॉल्स, टॉक टाइम, एसएमएस और इंटरनेट सेवाओं के साथ 3 बीएसएनएल सिम कार्ड दिए जाते हैं और बीएसएनएल ब्रॉडबैंड कनेक्शन भी दिया जाता है।

यातायात

इसके अलावा उन्हें आने-जाने के लिए ट्रांसपोर्ट सुविधा मिलती है। इसके लिए उन्हें कम से कम 1 और अधिकतम 3 सरकारी वाहन चालक मिलते हैं। ये गाड़ियां नीली बत्ती के साथ होती है। वहीं मुख्य सचिव के स्केल पर नियुक्ति होने पर लाल बत्ती वाला वाली गाड़ी मिलती है। इतना ही नहीं आईएएस अधिकारी को मिओने वाले वाहनों के रखरखाव और पेट्रोल-डीजल का खर्च भी सरकार देती है।

यात्रा:

वहीं जब अफसर अधिकारिक और अनाधिकारिक यात्राओं के लिए जाते हैं तो उन्हें सर्किट हाउस, सरकारी बंगले या अलग-अलग राज्यों के विश्राम गृहों में रियायती दरों पर आवास सुविधा भी मिलती है।

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सुरक्षा:

आईएएस के साथ ही उनके परिवार को कड़ी सुरक्षा मिलती है। इसके लिए राज्य मुख्यालय में नियुक्त आईएएस अधिकारी को 3 होम गार्ड और 2 बॉडीगार्ड दिए जाते हैं। इतना ही नहीं खास परिस्थितियों में या जान पर खतरा होने पर उनके लिए एसटीएफ कमांडो भी तैनात किया जा सकता है।

वहीं जिला मजिस्ट्रेट/आयुक्त के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी के अंडर में पूरी पुलिस फ़ोर्स आती है और वे अपने हिसाब से पुलिस वालों को अपनी सुरक्षा में रख सकते हैं।

पढ़ाई के लिए अवकाश:

पढाई के लिए आईएएस अफसर को 2 से 4 साल का अध्ययन अवकाश भी मिलता है।लाभ ये हैं कि छुट्टी पर होने के बाद भी उन्हें सैलेरी मिलती है। वो विदेशी विश्वविद्यालय में भी शिक्षा के लिए जा सकते हैं, जिसका पूरा खर्च सरकार उठाती हैं।

अन्य सुविधाएं

इसके अलावा अफसर को कई अन्य सुविधाएँ भी मिलती है। जैसे पीएफ, स्वास्थ्य सेवाओं, ग्रेच्युटी, जीवन भर पेंशन और कई अन्य सेवानिवृत्ति लाभ आदि।

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