Maharashtra: अजित पवार ने पीएम मोदी की इंदिरा और राजीव गांधी से की तुलना, बोले – उनके जैसा लोकप्रिय नेता कोई नहीं
Maharashtra Politics: डिप्टी सीएम अजित पवार ने ये बातें पुणे में कहीं। दरअसल, कल यानी मंगलवार को ही पुणे में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से नवाजा गया था।
Maharashtra Politics: शरद पवार के खिलाफ विद्रोह कर एनसीपी के एक बड़े धड़े के साथ एनडीए में शामिल हुए अजित पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के पद पर विराजमान पवार ने प्रधानमंत्री की तुलना दिवंगत पूर्व पीएम राजीव गांधी से भी की। उन्होंने कहा कि जिस तरह राजीव गांधी को मिस्टर क्लीन के नाम से जाना जाता था, पीएम मोदी की भी आज वही इमेज है।
डिप्टी सीएम अजित पवार ने ये बातें पुणे में कहीं। दरअसल, कल यानी मंगलवार को ही पुणे में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से नवाजा गया था। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार शामिल हुए थे। उन्हीं के हाथों पीएम को पुरस्कृत भी किया गया। इस कार्यक्रम में उनके भतीजे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी शामिल थे।
इंदिरा गांधी की तरह मोदी को मिलता है सम्मान
एनसीपी के दूसरे धड़े का नेतृत्व कर रहे अजित पवार ने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी जैसी लोकप्रियता हासिल करने वाला और कोई दूसरा नेता नहीं है। हम पिछले 9 साल से पीएम मोदी का काम देख रहे हैं। बुनियादी ढांचे के मामले में उन्होंने जो काम किया है, उससे भारत को दुनिया में अलग तरह का सम्मान मिलता है। पवार ने इसके बाद इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें भी दूसरे देशों में ऐसा ही सम्मान मिलता था, जैसा आज प्रधानमंत्री मोदी को मिलता है।
मणिपुर मामले पर भी प्रधानमंत्री का किया बचाव
अजित पवार ने मणिपुर मामले को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो कुछ भी हो रहा है, उसका समर्थन कोई नहीं करेगा। प्रधानमंत्री ने मामले का संज्ञान लिया है। पवार ने कहा कि पीएम मोदी दिन में 18 घंटे काम करते हैं। दिवाली के दौरान जब देश के बाकी लोग घर पर होते हैं, वह इसे सीमा पर तैनात जवानों के साथ मनाते हैं।
बता दें कि अजित पवार एनडीए में शामिल होने से पहले भी पीएम मोदी की गाहे-बगाहे प्रशंसा करते रहे हैं। उन्होंने डिग्री विवाद को लेकर भी विपक्ष को आड़े हाथों लिया था। बीते माह उन्होंने अपने चाचा शरद पवार को सियासी पटखनी देते हुए पार्टी के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया और एनडीए में शामिल हो गए। उन्हें और उनके कैंप के कई नेताओं को बदले में मंत्रीपद की कुर्सी भी मिली।
दरअसल, अजित पवार जब बीजेपी के विरोधी पक्ष में थे, तब भगवा दल के निशाने पर वो ही सबसे अधिक रहा करते थे। उनपर हजारों करोड़ रूपये के सिंचाई घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया जाता था। हालांकि, राजनीतिक हालात के बदलते ही पवार बीजेपी के करीब आए और उन पर लगने वाले आरोप भी नेपथ्य में जा चुके हैं।