अलर्ट मोदी सरकार: अब किसान आंदोलन पर सटीक नजर, विदेशी कॉल्स की मॉनिटरिंग

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि कुछ लोगों को ऐसी ही होनी वाली बातचीत के लिए चिन्हित भी किया गया है। उनकी निगरानी की जा रही है। कुछ सुराग मिलते ही उनसे पूछताछ भी होगी।

Update: 2021-02-03 12:48 GMT
अलर्ट मोदी सरकार: अब किसान आंदोलन पर सटीक नजर, विदेशी कॉल्स की मॉनिटरिंग

नई दिल्ली: किसानों को देश-विदेश से मिल रहे समर्थन को देखते हुए केन्द्र सरकार ने निगरानी के लिए कुछ खास टीमें बनाई है। ये टीम कनाडा, न्यूजीलैंड, अमेरिका और इंग्लैंड से आने वाली हर छोटी-बड़ी कॉल्स की निगरानी करेगी। साथ ही सोशल मीडिया पर आंदोलन से जुड़ें बहस पर भी अपनी पैनी नजर बनाई रहेगी।

विदेशी कॉल्स पर सरकार की पैनी नजर

आपको बता दें कि किसान आंदोलन के चलते सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों समेत साइबर एक्सपर्ट्स की करीब तीन सौ लोगों की खास टीम बनाई है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली हिंसा को देखते हुए किसान आंदोलन के माध्यम से कोई दूसरी गलती न हो, इसके लिए विदेशों खासकर कनाडा, न्यूजीलैंड, यूएसए और यूके से आने वाली कॉल्स को रिकॉर्ड किया जाएगा, चाहे वह कॉल छोटी हो या फिर बड़ी।

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इन कॉल्स पर है सुरक्षा एजेंसियों की नजरें

सूत्र बताते है कि यदि किसी नबंर पर दिन भर में कई बार कॉल आते है और उस कॉल की अवधि एक मिनट से कम है तो उन पर बहुत ज्यादा निगरानी रखी जाएगी। वहीं सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि कुछ लोगों को ऐसी ही होनी वाली बातचीत के लिए चिन्हित भी किया गया है। उनकी निगरानी की जा रही है। कुछ सुराग मिलते ही उनसे पूछताछ भी होगी।

इन राज्यों पर कड़ा पहरा

बता दें कि किसान आंदोलन की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने कई राज्यों में पहरा बढ़ा दिया है। खबर है कि सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और केरल जैसे तमाम राज्यों की कॉल्स पर भी अपनी नजर बनाई हुई है।

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हर नेता पर भी है नजर

इस मामले पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया है, “आंदोलन से जुड़े हर नेता को उनके सोशल मीडिया अकाउंट और स्थानीय खुफिया एजेंसी के इनपुट के आधार पर मॉनिटर किया जा रहा है। शांति व्यवस्था बहाली के लिए ऐसा जरूरी है।”

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