केरल में PM मोदी की नागरिकता के मांगे सबूत, पूछा ये बड़ा सवाल

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में घमासान मचा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागरिकता को साबित करने वाले कागज (दस्तावेज) की मांग की गई है।

Update: 2020-01-17 11:53 GMT

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में घमासान मचा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागरिकता को साबित करने वाले कागज (दस्तावेज) की मांग की गई है। केरल के त्रिशूर जिले के चालक्कुडी कस्बे में रहने वाले जोश कल्लूवेटिल ने राज्य सूचना विभाग के प्रमुख को एक आवेदन देकर पीएम मोदी के नागरिकता को साबित करने वाले दस्तावेज की मांग की है। त्रिशूर के चालक्कुडी नगरपालिका में यह आवेदन दिया गया है।

13 जनवरी को राज्य के सूचना विभाग को मिले आवेदन में पूछा गया- इस बात की जानकारी दी जाए कि प्रधानमंत्री मोदी भारत के नागरिक हैं या नहीं। मिली जानकारी के मुताबिक जोश कल्लूवेटिल ने 13 जनवरी को केरल के सूचना विभाग में आरटीआई डाली थी।

याचिका में कहा गया कि ऐसे कौन से दस्तावेज हैं जिससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के नागरिक हैं। आवेदन में पीएम मोदी की नागरिकता संबंधी दस्तावेज उपलब्ध कराने की मांग की गई।

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बता दें कि केरल में नागरिकता संशोधन कानून पर बवाल मचा है। केरल में सत्ताधारी गठबंधन एलडीएफ और विपक्ष का गठबंधन यूडीएफ दोनों सीएए का विरोध कर रहे हैं। केरल की विधानसभा ने सीएए के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया था।

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इसके अलावा केरल सरकार ने सीएए के खिलाफ सु्प्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर किया था। ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य है। केरल सरकार की इस याचिका के खिलाफ बीजेपी नेता कुम्मनम राजशेखरन ने सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं।

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देश में सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए 2005 में सूचना का अधिकार(आरटीआई) लागू किया गया था। इसके तहत भारतीय नागरिक किसी भी सरकारी विभाग की जानकारी हासिल कर सकते हैं।

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