J&K को लेकर अमित शाह ने डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ की बैठक
नई दिल्ली में गृह मंत्रालय में जम्मू-कश्मीर को लेकर बैठक चल रही है। इस बैठक की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव गौबा और वरिष्ठ खुफिया अधिकारी बैठक में मौजूद हैं।
नई दिल्ली: नई दिल्ली में गृह मंत्रालय में जम्मू-कश्मीर को लेकर बैठक चल रही है।
इस बैठक की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव गौबा और वरिष्ठ खुफिया अधिकारी बैठक में मौजूद हैं।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में घाटी की वर्तमान परिस्थिति का जायजा लिया जा रहा है।
हाल ही में अजित डोभाल जम्मू कश्मीर में काफी दिन बिताकर वापस लौटे हैं।
वह घाटी की स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद डोभाल घाटी पहुंचे थे ताकि सरकार के फैसले को लेकर घाटी के लोगों की राय ले सकें।
डोभाल जम्मू कश्मीर में 11 दिन तक रहने के बाद दिल्ली वापस लौटे थे हैं।
डोभाल ने घाटी के दौरे पर यह सुनिश्चित किया कि किसी को भी जान-माल का नुकसान न हो।
उनके दौरे से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया था।
जिसमें देखा जा सकता है कि वह स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने शोपियां में स्थानीय लोगों के साथ खाना भी खाया।
शोपियां आतंकवादी गतिविधियों के लिए बदनाम क्षेत्र है।
अपने जम्मू दौरे के दौरान डोभाल ने जम्मू कश्मीर में सुबह-शाम संबंधित सुरक्षा अधिकारियों से लेकर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठकें की।
वह सभी से उनके कार्यों की जानकारी लेते और कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेते।
डोभाल हालात के आधार पर अल्पकालिक और दीर्घकालिक कार्ययोजना को अंतिम रूप देने का कार्य करते।
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घाटी में खुले स्कूल
कश्मीर में आज प्रतिबंधों में छूट दी गई और कुछ स्कूल खुले।
लेकिन स्कूलों में ज्यादा छात्र नहीं दिखे।
अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने श्रीनगर में 190 प्राथमिक स्कूलों को खोलने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं
जबकि घाटी के अधिकतर हिस्सों में सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं।
सभी निजी स्कूल आज सोमवार को लगातार 15वें दिन भी बंद रहे क्योंकि पिछले दो दिन से यहां हुए हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर अभिभावक सुरक्षा स्थिति को लेकर आशंकित हैं।
केवल बेमिना स्थित ‘पुलिस पब्लिक स्कूल’ और कुछेक केन्द्रीय विद्यालयों में ही थोड़े बहुत छात्र पहुंचे।
एक अभिभावक फारूक अहमद डार ने कहा, ‘‘ स्थिति इतनी ज्यादा अनिश्चित है कि अभी बच्चों को स्कूल भेजने का सवाल ही नहीं उठता। ’’ बारामुला जिले के अधिकारियों ने बताया कि पांच शहरों में स्कूल बंद रहे। बाकी जिले में स्कूल खुले हैं।
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अधिकारी ने कहा, ‘‘ पट्टन, पल्हालन, सिंहपूरा, बारामुला और सोपोर में प्रतिबंधों में कोई ढील नहीं दी गई है। जिले में बाकी जगह प्राथमिक स्कूल खुले थे। कितने छात्र स्कूल पहुंचे इस संबंध में हम जानकारी हासिल कर रहे है। ’’
श्रीनगर जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपनगर में कुछ स्कूल खुले रहे लेकिन पिछले दो दिन में हुई हिंसा के कारण पुराने शहर और सिविल लाइन्स इलाकों में स्कूल बंद रहे।
अधिकारियों ने सोमवार से प्राथमिक स्तर तक के स्कूल खोलने और सभी सरकारी कार्यालयों में काम शुरू करने की योजना बनाई थी।
केन्द्र सरकार के पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाने के बाद से श्रीनगर के जिन इलाकों में शांति कायम रही वहां से पुलिस ने बैरिकेड हटा दिए हैं।
घाटी में बाजार बंद रहे और सार्वजनिक परिवहन भी सड़कों से गायब रहे। प्रतिबंधों में ढील के बाद से शहर में निजी वाहनों की आवाजाही बढ़ी है।
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