बेहद नाजुक हालत में अरुण जेटली, देखने के लिए लगने लगा तांता

पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। एम्स में डॉक्टरों ने उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए वेंटिलेटर से हटाकर ईसीएमओ यानी एक्सट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजिनेशन पर शिफ्ट कर दिया है। डॉक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर बनाकर रखे हुए हैं।

Update: 2019-08-17 10:33 GMT
पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली की हालत अब स्थिर, मिलने पहुंचे पार्टी के नेता

नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। एम्स में डॉक्टरों ने उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए वेंटिलेटर से हटाकर ईसीएमओ यानी एक्सट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजिनेशन पर शिफ्ट कर दिया है। डॉक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर बनाकर रखे हुए हैं।

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पूर्व वित्त मंत्री का हालचाल लेने के लिए एम्स में नेताओं का तांता लगा हुआ है। गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार रात जेटली का हालचाल जानने के लिए एम्स पहुंचे थे। उनके शनिवार को भी एम्स जाने की खबर है। इससे पहले शनिवार सुबह यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती भी उनसे मिलने पहुंचीं थी।

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खबरों के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जेटली का हालचाल जानने के लिए एम्स पहुंचे हैं। शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एम्स जाकर अरुण जेटली का हाल जाना। शुक्रवार शाम यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एम्स पहुंचकर जेटली से परिवार वालों से मुलाकात की।

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बता दें कि पूर्व मंत्री अरुण जेटली नौ अगस्त से एम्स के आईसीयू में भर्ती हैं। मिली जानकारी के मुताबिक 66 वर्षीय जेटली की स्थिति गंभीर बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति पर नजर रख रही है। अरुण जेटली को सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती किया गया था।

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जानिए क्या है ईसीएमओ

ईसीएमओ पर मरीज को तभी रखा जाता है जब दिल, फेफड़े ठीक से काम नहीं करते और वेंटीलेटर का भी फायदा नहीं होता। इससे मरीज के शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाई जाती है।

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