Himanta Biswa on Polygamy: 'असम में बहुविवाह पर लगाएंगे प्रतिबंध',असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा की दो टूक

Himanta Biswa on Polygamy: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में 'बहुविवाह' पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाने का फैसला किया है।

Update:2023-05-10 00:02 IST
हिमंत बिस्वा सरमा (Social media)

Himanta Biswa Sarma on Polygamy: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) ने मंगलवार (9 मई) को 'बहुविवाह' पर प्रतिबंध लगाने की बात कही। हिमंत बिस्वा ने कहा, 'हम समान नागरिक संहिता (UCC) से नहीं गुजर रहे हैं। लेकिन, हम एक राज्य अधिनियम के तहत 'बहुविवाह' (Assam looking to ban polygamy) पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। असम सरकार ने इस बात की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाने का निर्णय लिया है। ताकि, पता चल सके कि क्या राज्य सरकार के पास बहुविवाह पर रोक लगाने का अधिकार है।

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा, 'सरकार राज्य में बहुविवाह पर प्रतिबंध (Polygamy Ban) लगाना चाहती है। उन्होंने आगे कहा, समिति कानूनी विशेषज्ञों सहित सभी हितधारकों (Stakeholders) के साथ व्यापक रूप से चर्चा करेगी। मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीयत) अधिनियम, 1937 के प्रावधानों की भी जांच करेगी।'

संविधान-शरीयत सबके प्रावधानों पर नजर

हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि, 'गठित समिति भारत के संविधान के अनुच्छेद- 25 के साथ मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीयत) अधिनियम, 1937 (Muslim Personal Law (Shariat) Act, 1937) के प्रावधानों की समान नागरिक संहिता (UCC) के लिए राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत के संबंध में जांच करेगी। समिति एक फैसले पर पहुंचने के लिए कानूनी विशेषज्ञों सहित सभी हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श करेगी।'

हिमंत बिस्वा- चार शादियां खत्म करने के लिए जरूरी

हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने चुनावी राज्य कर्नाटक में एक रैली को संबोधित किया था। जहां उन्होंने कहा था कि, राज्य में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) को लागू करना पुरुषों की चार शादियां करने तथा महिलाओं को 'बच्चा पैदा करने वाली मशीन' बनाने की व्यवस्था को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। असम के सीएम ने कर्नाटक के कोडागु जिले में बीजेपी के लिए प्रचार किया था। उन्होंने वहां रोड शो भी किया था।

...ताकि मुस्लिम बेटियां बच्चा पैदा करने वाली मशीन न बने

हिमंत बिस्वा आगे कहते हैं, 'हमें UCC लाना होगा। मुस्लिम महिलाओं और बेटियों की चार से अधिक शादियां कराई जाती हैं। सीएम पूछते हैं क्या ये कोई व्यवस्था है? उन्होंने कहा, दुनिया में ऐसा नियम नहीं होना चाहिए। हमें समान नागरिक संहिता लागू कर इस व्यवस्था को ख़त्म करना ही होगा। मुस्लिम बेटियों को डॉक्टर-इंजीनियर बनाया जाना चाहिए न की बच्चा पैदा करने वाली मशीन बनाना चहिए। मुख्यमंत्री हिमंता ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में आने पर समान नागरिक संहिता पर काम करने का वादा किया है। मैं इसके लिए बीजेपी को धन्यवाद देना चाहता हूं।'

Tags:    

Similar News