बाबरी विध्वंस फैसला: मुस्लिम तंजीमों ने कहा फैसला इंसाफ नहीं, BJP ने किया स्वागत
मुस्लिम मजलिस मुशावरत के महासचिव खुर्शीद हसन रूमी ने कहा है कि, बाबरी मस्जिद मामले में लालकृष्ण आडवाणी समेत अन्य को बरी किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई कोर्ट के निर्णय को लेकर झारखंड की मुस्लिम तंज़ीमों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली है। न्यूजट्रैक ने विभिन्न मुस्लिम संगठनों से उनकी राय जानने की कोशिश की। आइए जानते हैं क्या उनका कहना।
न्यायपालिका भाजपा और संघ की बंधक
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई कोर्ट के निर्णय पर झारखंड से मिलीजुली प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। एदारे शरिया झारखंड के प्रमुख कुतुबुद्दीन रिज़वी ने इसे मुल्क के लिए स्याह दिन बताया है। अपनी प्रतिक्रिया में उन्होने कहा कि, अब अदालतें भी सियासी दबाव में फैसले कर रही हैं। हिंदुस्तान का मुसलमान अमनो-अमान चाहता है।
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मुस्लिम मजलिस मुशावरत के महासचिव खुर्शीद हसन रूमी ने कहा है कि, बाबरी मस्जिद मामले में लालकृष्ण आडवाणी समेत अन्य को बरी किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा और आर एस एस देश को निगल जाना चाहते हैं। बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी इस मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में अपील दायर करे। देश का मुसलमान कोर्ट के निर्णय से दुखी है। न्यायपालिका भाजपा और संघ की बंधक बनकर रह गई है।
अदालत का फैसला इंसाफ नहीं
मरक़ज़ी मजलिस उलमा ए झारखंड के महासचिव मौलाना डॉ ओबैदुल्लाह क़ासमी ने कहा कि, कोर्ट का निर्णय बिहार चुनाव को सामने रखकर लिया गया है। इस फैसले को किसी भी सूरत में इंसाफ हीं कहा जा सकता है। उन्होने कहा कि, ये सबको पता है कि, बाबरी मस्जिद को लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती के द्वारा निकाले गए रथ यात्रा के दौरान उत्तेजित भीड़ ने ध्वस्त किया था।
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लिहाज़ा, कोर्ट के इस निर्णय से इंसाफ पसंद और जम्हूरियत में यक़ीन रखने वाले लोग दुखी हैं। आगामी 02 अक्टूबर शुक्रवार को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सुन्नी बरेलवी सेंट्रल कमेटी के महासचिव अकील उर रहमान ने फैसले को निराशाजनक बताया है। उन्होने कहा कि, बाबरी मस्जिद शहादत के समय लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत अन्य लोग मौजूद थे। लिहाज़ा, कोर्ट का निर्णय राजनीतिक दबाव में लिया गया है।
निर्णय संविधान की मर्यादा में
झारखंड प्रदेश भाजपा ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि, कोर्ट का निर्णय सत्य की जीत है। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। उन्होने कहा कि, रामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण भाजपा की प्रतिबद्धता में थी। लेकिन पार्टी विध्वंस की पक्षधर नहीं रही। कोर्ट के निर्णय से साबित हो गया कि एक साज़िश के तहत लालकृष्ण आडवाणी समेत अन्य नेताओं को फंसाया गया।
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भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि कोर्ट के फैसले से भारत की संवैधानिक व्यवस्था पर करोड़ों भारतीयों का विश्वास बढ़ा है। न्यायालय में देर है लेकिन अंधेर नहीं है। कांग्रेस विरोध की राजनीति करते-करते आस्था और विश्वास के साथ खिलवाड़ करती रही है। झारखंड भाजपा के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने भी कोर्ट के निर्णय को सत्य और आस्था की जीत बताया है। उन्होने मुकदमे से बरी सभी नेताओं का स्वागत किया है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
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बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में कोर्ट के निर्णय पर प्रदेश कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने अपनी संयुक्त बयान में कहा है कि सीबीआई कोर्ट के फैसले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार सर्वोच्च न्यायालय में अपील दायर करे। बयान में कहा गया है कि ये किसी से छिपा नहीं है कि, ढांचा किसके उकसावे पर गिराया गया था।
रिपोर्ट- शहनवाज