NIA Raid: अल कायदा की साजिश मामले में एनआईए की बड़ी कार्रवाई, छह राज्यों में छापा, कई अहम दस्तावेज बरामद
NIA Raid: एनआईए ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, त्रिपुरा और असम में छापा मारा। इस दौरान एनआईए ने बैंकिंग लेनदेन से जुड़े कई अहम दस्तावेज, मोबाइल फोन, डिजिटल उपकरण और आतंकी वित्तपोषण गतिविधियों से जुड़े अहम सबूत बरामद किए गए।
NIA Raid: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छह राज्यों में छापा मारा है। एनआईए ने यह कार्रवाई आतंकी गुट अल कायदा की भारत को अस्थिर करने की साजिश में संलिप्त लोगों के खिलाफ की है। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, त्रिपुरा और असम में छापा मारा। एजेंसी ने इन छह राज्यों में नौ ठिकानों पर छापा मारा। बता दें कि बांग्लादेश में रची गई साजिश का मकसद भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना और यहां के मासूम युवाओं को बरगलाना था।
एनआईए की जांच के अनुसार, जिन संदिग्धों के ठिकानों पर छापे मारे गए, वे बांग्लादेश स्थित अल कायदा नेटवर्क के समर्थक हैं। मामले में चार बांग्लादेशी नागरिकों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही सभी बांग्लादेश से अल कायदा के गुर्गों की रची साजिश में शामिल थे। इसका मकसद अल कायदा की आतंकी गतिविधियों का प्रचार और भारत में गरीब और भोले-भाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था।
बैंकिग लेनदेन समेत कई सबूत मिले
वर्ष 2023 के इस मामले में एनआईए ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, त्रिपुरा और असम में नौ स्थानों पर सोमवार सुबह कार्रवाई की जो देर रात तक जारी रही। यह कार्रवाई प्रतिबंधित आतंकी गुट अल कायदा की गतिविधियों का समर्थन और वित्तपोषण करने वाले संदिग्धों के खिलाफ की गई। छापों में बैंकिंग लेनदेन से जुड़े कई अहम दस्तावेज, मोबाइल फोन समेत डिजिटल उपकरण और आतंकी वित्तपोषण गतिविधियों से जुड़े अहम सबूत बरामद किए गए।
धन जुटाकर अल कायदा को भेजने में शामिल थे आरोपी
एनआईए ने 2023 नवंबर में चार बांग्लादेशी नागरिकों मो. सोजिब मियां, मुन्ना खालिद अंसारी उर्फ मुन्ना खान, अजारुल इस्लाम उर्फ जहांगीर, अब्दुल लतीफ उर्फ मोमिनुल अंसारी और भारतीय नागरिक फरीद के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था। जांच में पता चला कि इन आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज हासिल किए थे। वे युवाओं को बरगलाने और धन जुटाकर अल कायदा को भेजने में संलिप्त थे। एनआईए इन पर और इनके नेटवर्क पर बारीकी से नजर रखे हुए था और उसके बाद अब बड़ी कार्रवाई की है। जिसमें कई अहम सबूत एनआईए के हाथ लगे हैं।