बिहार में पुल की एप्रोच सड़क बही: ग्रामीणों समेत इनके खिलाफ FIR, लगा ये आरोप
बिहार के गोपालगंज में 263 कराेड़ की लागत से सत्तरघाट पुल का निर्माण किया गया है। पिछले महीने ही सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग....
पटना: बिहार के गोपालगंज में 263 कराेड़ की लागत से सत्तरघाट पुल का निर्माण किया गया है। पिछले महीने ही सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इसका उद्घाटन किया था। लेकिन अब अब ये पुल भरभरा कर ढह गया। जिसके बाद से राजनिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया।
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CO, ठेकेदार और इंजीनियर ने दर्ज कराई FIR
अब इस मामले पर तीन अलग-अलग एफआईआर भी दर्ज किये गए हैं। इस मामले में बैकुंठपुर थाने में सीओ, ठेकेदार और पुल निगम के इंजीनियर ने अलग-अलग FIR दर्ज कराई है।
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बता दें कि इस मामले में सीओ ने जिला परिषद सदस्य रवि रंजन उर्फ विजय बहादुर के समर्थकों पर लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर FIR दर्ज कराई है। इसके आलावा ठेकेदार उदय सिंह ने फैजुल्लाहपुर के मुखियापति उदय सिंह सहित ग्रामीणों पर पुल के निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने को लेकर FIR दर्ज कराई है।
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ग्रामीणों पर सड़क काटने का लगा आरोप
तो वहीं निगम के इंजीनियर ने अज्ञात ग्रामीणों पर जबरन पुल निगम का जेसीबी लेकर सड़क काटने और कार्य में बाधा पहुंचाने के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी भी अधिकारी या ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं हुई है।
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तेजस्वी ने नीतीश पर साधा निशाना
RJD नेता तेजस्वी यादव ने पुल ढहने को लेकर बिहार सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 8 वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया। खबरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो? 263 करोड़ तो सुशासनी मुंह दिखाई है। इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते हैं।
वहीं नितीश सरकार में पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने पुल के ढहने पर कहा था कि यह प्राकृतिक आपदा है। पानी जब बढ़ता है तो ऐसी स्थितियां पैदा होती हैं जैसे ही पानी का बहाव कम होगा, उसे ठीक किया जाएगा।