Maharashtra Nikay Chunav: महाराष्ट्र में अकेले निकाय चुनाव लड़ने की भाजपा की तैयारी, शिंदे और अजित पवार को लगेगा बड़ा झटका
Maharashtra Nikay Chunav: महाराष्ट्र में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर भाजपा अकेले ताकत दिखाने के लिए तैयार है।
Maharashtra Nikay Chunav: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में ताकत दिखाने के बाद भाजपा प्रदेश में जल्द होने वाले निकाय चुनाव में भी अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी के रणनीतिकारों की राय है कि निकाय चुनाव के दौरान भाजपा को अकेले अखाड़े में उतरना चाहिए ताकि पार्टी अपनी ताकत दिखाने में कामयाब हो सके। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से भी भाजपा के अकेले निकाय चुनाव लड़ने की वकालत की जा रही है।
भाजपा की इस तैयारी से राज्य के दोनों डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार को बड़ा झटका लग सकता है। राज्य में सत्तारूढ़ फडणवीस सरकार में शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी भी शामिल है मगर फिर भी भाजपा की ओर से अकेले निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी से इन दोनों दलों को बड़ा झटका लगेगा।
संघ और भाजपा की अकेले लड़ने की रणनीति
हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने राज्य की 148 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 90 फ़ीसदी से अधिक सीटों पर जीत हासिल करके अपनी ताकत दिखाई थी। यही कारण है कि पार्टी अब सहयोगी दलों के दबाव को भी मानने को तैयार नहीं दिख रही है। भाजपा की इस बड़ी कामयाबी के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्लानिंग और मेहनत को भी बड़ा कारण माना जा रहा है। अब संघ ने भाजपा के साथ मिलकर निकाय चुनाव अकेले लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।
संघ और भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि इसके जरिए पार्टी को राज्य के विभिन्न इलाकों में निचले स्तर तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही मुंबई, पुणे और नागपुर समात राज्य के अन्य शहरों में अपनी ताकत दिखाने का बड़ा मौका भी मिलेगा।
इस मामले में एक उल्लेखनीय बात यह भी है कि राज्य के अन्य सियासी दलों की ओर से भी निकाय चुनाव अकेले लड़ने की बात कही जा रही है। अगर भाजपा निकाय चुनाव के दौरान अकेले चुनावी अखाड़े में उतरती है तो पार्टी दूसरे दलों के साथ ही अपने सहयोगी दलों को भी अपनी ताकत दिखाने दिखा सकती है।
उद्धव की शिवसेना भी अकेले लड़ने के मूड में
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना महाविकास गाड़ी गठबंधन में शामिल है मगर उद्धव सेना के नेताओं की ओर से भी निकाय चुनाव अकेले लड़ने की बात कही जा रही है। उद्धव सेना की हाल में हुई बैठकों के दौरान पार्टी नेताओं ने आक्रामक हिंदुत्व की रणनीति की ओर फिर लौटने पर जोर दिया है। उनका मानना है कि इस रास्ते पर चलकर ही पार्टी को एक बार फिर मजबूत बनाया जा सकता है।
इसी कड़ी में पार्टी नेताओं ने अकेले निकाय चुनाव लड़ने की वकालत भी की है। उद्धव सेना के प्रवक्ता आनंद दुबे का कहना है कि पूरे महाराष्ट्र से पार्टी नेताओं की राय हाईकमान तक पहुंची है जिसमें अकेले चुनाव लड़ने की बात कही गई है।
उद्धव सेना के नेताओं का मानना है कि इससे पूरे राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार होगा और पार्टी के अधिक से अधिक नेताओं को चुनाव लड़ने का मौका भी मिलेगा। हालांकि अभी तक इस बात कोई आखिरी फैसला नहीं लिया गया है।
भाजपा नेताओं ने किया बड़ा मंथन
निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने रणनीति बनाने की शुरुआत भी कर दी है। पार्टी के सभी अनुषांगिक संगठनों को सक्रिय कर दिया गया है। संघ नेताओं की ओर से भी भाजपा की चुनावी रणनीति को आखिरी रूप देने की कोशिश की जा रही है। निकाय चुनाव की तैयारी को लेकर भाजपा ने हाल में एक बड़ी बैठक भी की है और इस बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले भी मौजूद थे।
भायंदर में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान चुनावी रणनीति पर मंथन किया गया। बैठक के दौरान वक्ताओं का कहना था कि संघ कार्यकर्ताओं ने निचले स्तर तक काम किया है और विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को इसका बड़ा फायदा भी मिला है। इसलिए निकाय चुनाव के दौरान पार्टी को अकेले लड़ते हुए अपनी ताकत आजमानी चाहिए।
राज्य में लंबे समय से अटका हुआ है निकाय चुनाव
महाराष्ट्र के विभिन्न निकायों में ओबीसी कोटे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में इन दिनों अहम सुनवाई चल रही है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में निकाय चुनाव का ऐलान किए जाने की संभावना है। महाराष्ट्र में लंबे समय से निकाय चुनाव अटके हुए हैं। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद अब भाजपा राज्य में जल्द से जल्द निकाय चुनाव कराने के पक्ष में है। भाजपा की सक्रियता को देखते हुए माना जा रहा है कि राज्य में जल्द ही निकाय चुनाव का बिगुल बज सकता है।