Delhi Assembly Election 2025: केजरीवाल के खिलाफ भाजपा का बड़ा सियासी दांव, आप मुखिया के खिलाफ कद्दावर हिंदूवादी नेता को उतारने की तैयारी
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते रहे हैं। अपनी मजबूत पकड़ के दम पर उन्होंने पिछले चुनावों में इस सीट पर कब्जा बनाए रखा है।
Delhi Assembly Election 2025: महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के बाद अब अगले साल की शुरुआत में दिल्ली के विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। दिल्ली के विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है। भाजपा इस बार दिल्ली की सत्ता पर लंबे समय से काबिज आपको सत्ता से बेदखल करने के लिए जोरदार तैयारी में जुटी हुई है।
इस तैयारी के तहत दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल को उनके विधानसभा क्षेत्र में ही घेरने की भी तैयारी की जा रही है। जानकारों का कहना है कि केजरीवाल के खिलाफ भाजपा की ओर से कद्दावर हिंदू चेहरे प्रवेश वर्मा पर दांव लगाया जा सकता है। माना जा रहा है कि भाजपा के इस दांव से केजरीवाल को अपने विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा वक्त देना पड़ेगा।
प्रवेश वर्मा पर दांव लगाने की तैयारी
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते रहे हैं। अपनी मजबूत पकड़ के दम पर उन्होंने पिछले चुनावों में इस सीट पर कब्जा बनाए रखा है। दिल्ली के अगले विधानसभा चुनाव के दौरान भी केजरीवाल इस विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हुए हैं। इस बार भाजपा की ओर से उनके खिलाफ पूर्व लोकसभा सदस्य और पूर्व विधायक प्रवेश वर्मा को उतारने की तैयारी है।
प्रवेश वर्मा के पिता दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके पिता साहिब सिंह वर्मा 1996 से 1998 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे और वे खुद पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। उनकी छवि एक कद्दावर हिंदू नेता की रही है।जानकारों का कहना है कि भाजपा नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में उन्हें केजरीवाल के खिलाफ उतार सकती है। हाल के दिनों में प्रवेश वर्मा ने इस विधानसभा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है जिससे उनके चुनाव लड़ने के संकेत मिल रहे हैं।
दो बार सांसद रहने के बाद कटा था टिकट
इससे पहले प्रवेश वर्मा दिल्ली की महरौली विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी ने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था और उन्होंने जीत हासिल की थी। 2019 के चुनाव में वे लगातार दूसरी बार जीत हासिल करने में कामयाब हुए थे मगर 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था।2024 में भाजपा ने प्रवेश वर्मा की जगह कमलजीत सहरावत को टिकट दिया था। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने मनोज तिवारी को छोड़कर सभी छह लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी बदल दिए थे। भाजपा को इस बात का फायदा भी मिला था और पार्टी सभी सातों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी।
नई दिल्ली क्षेत्र में प्रवेश वर्मा ने बढ़ाई सक्रियता
लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट कटने के बावजूद प्रवेश वर्मा ने पार्टी के कार्यक्रमों में लगातार सक्रियता बनाए रखी है। हाल के दिनों में उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम मतदाताओं के साथ संवाद और बैठक का सिलसिला शुरू किया है।उल्लेखनीय बात यह है कि उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में ही किए हैं। प्रवेश वर्मा ने अभी तक नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में इस तरह का करीब पांच कार्यक्रम किए हैं और आगे आने वाले दिनों में भी उनकी इस तरह के कार्यक्रम की तैयारियां हैं।
केजरीवाल को देना होगा क्षेत्र में समय
यही कारण है कि माना जा रहा है कि भाजपा की ओर से उन्हें नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में उतारने की तैयारी की जा रही है। जानकारों का कहना है कि पार्टी की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद ही प्रवेश वर्मा ने इस विधानसभा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाई है।यदि पार्टी की ओर से उन्हें इस विधानसभा क्षेत्र में उतारा गया तो नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में दिलचस्प जंग दिखेगी। प्रवेश वर्मा के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए अरविंद केजरीवाल को भी पूरी ताकत लगानी होगी क्योंकि उनके लिए यह जंग आसान नहीं होगी। ऐसी स्थिति में अन्य विधानसभा क्षेत्रों को छोड़कर केजरीवाल को अपने क्षेत्र में भी काफी समय देना होगा।