बीएसएफ स्थापना दिवस: जानें इसके बारे में खास बातें, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
बता दें कि भारतीय सेना और बीएसएफ जवानों में अंतर होता है। बीएसएफ सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स के अन्तरगत होते हैं। ये सुरक्षा बल गृह मंत्रालय के अधीन आते हैं। बीएसएफ पीस-टाइम के दौरान तैनात की जाती है,बीएसएफ के जवानों को हमेशा सीमा की सुरक्षा के लिए तैयार रहना पड़ता है।
नई दिल्ली: भारतीय सेना देश की सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। इन्हीं सेनाओं में से एक होते हैं बीएसएफ। यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (सीमा सुरक्षा बल) आज ही के रोज 1 दिसंबर 1965 में इसकी स्थापना हुई थी। बीएसएफ के स्थापना दिवस पर पीएम मोदी ने जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी है। तो आइए जानते हैं बीएसएफ के बारे में...
Greetings to all BSF personnel and their families on BSF’s Raising Day. This force has been diligently protecting our borders. During natural disasters and crisis situations, BSF personnel have always worked hard to serve our citizens.
Best wishes to the BSF family!
— Narendra Modi (@narendramodi) December 1, 2019
On BSF Raising Day, my greetings to the guardians of India’s frontiers and country’s first line of defence.
From sand to snow, their dedication to serve the motherland in extreme weather conditions is truly inspirational.
I salute the courage & sacrifice of our BSF personnel.
— Amit Shah (@AmitShah) December 1, 2019
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कैसे होती है बीएसएफ
बीएसएफ के पद
जहां भारतीय सेना में रैंक लेफ्टिनेंट, मेजर, कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जर्नल आदि पद शामिल होते हैं वहीं बीएसएफ में पोस्ट कांस्टेबल, हैड कांस्टेबल, एएसआई, डीएआई, आईजी आदि पद होते हैं।
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कब और कैसे हुई थी स्थापना
बीएसएफ की स्थापना पाकिस्तान तथा बांग्लादेश के साथ अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित बनाने के लिए की गई थी। 'सीमा सुरक्षा बल' के गठन से पहले इन सीमाओं पर संबंधित राज्य की सशस्त्र पुलिस तैनात थी। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की स्थापना वर्ष 1965 में हुई थी। इसके जवान सीमा पर देश की सुरक्षा प्रदान करते हैं। अर्धसैनिक बल पूरे देश में आतंकवाद और नक्सलवाद विरोधी अभियानों में भी लगे हैं। इसी के साथ वह वीआईपी सिक्योरिटी में भी बीएसएफ के जवान ही होते हैं।