INDIA Alliance: मायावती को बनाएं PM चेहरा, तब INDIA गठबंधन में होगी एंट्री, बसपा सांसद ने विपक्षी दलों के सामने रखी शर्त

INDIA Alliance: बिजनौर से बसपा सांसद और मायावती के करीबी माने जाने वाले मलूक नागर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन इंडिया में मायावती की एंट्री को लेकर बड़ी शर्त रखी है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-12-28 11:54 IST

Mayawati  (photo: social media )

INDIA Alliance: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ने इस बार भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए को सत्ता से बेदखल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है मगर अभी तक गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी की एंट्री नहीं हो सकी है। बसपा की एंट्री को लेकर लंबे समय से अटकलें लगाई जाती रही हैं मगर मायावती इसे खारिज कर चुकी हैं। इंडिया गठबंधन की पिछली बैठक के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी यह मुद्दा उठाया था और तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूपी में सपा के साथ ही कांग्रेस के तालमेल की बात कही थी।

इस बीच बिजनौर से बसपा सांसद और मायावती के करीबी माने जाने वाले मलूक नागर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन इंडिया में मायावती की एंट्री को लेकर बड़ी शर्त रखी है। उन्होंने कहा कि यदि बसपा मुखिया मायावती को 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी गठबंधन की ओर से पीएम चेहरे के रूप में पेश किया जाए तो बसपा इंडिया गठबंधन में शामिल होने पर विचार कर सकती है। मजे की बात यह है कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कई नेताओं की ओर से भी बसपा को इंडिया गठबंधन में शामिल करने की वकालत की जा रही है।

माया के वोट बैंक से मिलेगी निर्णायक बढ़त

बसपा सांसद मलूक नागर ने कहा कि यदि विपक्षी गठबंधन इंडिया भाजपा को हराना चाहता है तो उसे बसपा मुखिया मायावती को प्रधानमंत्री चेहरे के रूप में पेश करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकना किसी के बूते की बात नहीं है। उन्होंने कहा विपक्षी दलों के पास करीब 37-38 फ़ीसदी वोट है और इसमें मायावती के करीब तेरह फ़ीसदी वोट को जोड़ने पर विपक्ष को निर्णायक बढ़त हासिल हो सकती है।

पहले मायावती को बनाना होगा पीएम चेहरा

उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा उत्तर प्रदेश में भाजपा के 44 फ़ीसदी वोट से काफी ज्यादा है मगर मायावती के वोट बैंक को हासिल करने के लिए विपक्षी दलों को उन्हें प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाना होगा। उन्होंने कहा कि मायावती को पीएम चेहरा बनाने का लाभ पूरे देश में मिलेगा और विपक्षी गठबंधन के वोट बैंक में काफी बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भगवान ब्रिगेड दलित मतदाताओं को भी अपने और आकर्षित करने में जुटी हुई है मगर मायावती को पीएम चेहरा बनाने पर यह वोट बैंक वापस आ जाएगा।

राहुल गांधी को रोकने के लिए खड़गे का नाम

इंडिया गठबंधन की बिजली बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री मायावती ममता बनर्जी की ओर से पीएम चेहरे के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित किया गया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। इस प्रकरण का जिक्र करते हुए बसपा सांसद मलूक नागर ने कहा कि राहुल गांधी को पीएम चेहरा बनाने से रोकने के लिए ममता की ओर से यह कदम उठाया गया है।

नागर ने कहा कि दोनों नेताओं को इस बात की बखूबी जानकारी थी कि खड़गे का नाम प्रस्तावित किए जाने पर सहयोगी दलों की ओर से विरोध किया जाएगा। यही कारण है कि पिछली बैठक के बाद इंडिया गठबंधन में आंतरिक कलह शुरू हो गई है।

सपा मुखिया ने खुलकर किया था विरोध

वैसे उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी की ओर से बसपा को विपक्षी गठबंधन में शामिल किए जाने के प्रस्ताव का तीखा विरोध किया जा रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे को इंडिया गठबंधन पिछली बैठक के दौरान उठाया था। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि यदि बसपा को गठबंधन में शामिल किया गया तो सपा के लिए गठबंधन में शामिल रहना मुमकिन नहीं होगा।

इस पर राहुल गांधी ने सपा के साथ ही गठबंधन जारी रहने का आश्वासन दिया था। बसपा मुखिया मायावती ने पिछले दिनों संकेत दिया था कि उनकी पार्टी भविष्य के गठबंधन के लिए अपने दरवाजे खुले रखना चाहती है।

कुछ कांग्रेस नेता भी कर रहे वकालत

वैसे पिछले दिनों यूपी कांग्रेस के नेताओं की हाईकमान के साथ बैठक के दौरान कांग्रेस नेताओं के एक खेमे ने बसपा के साथ हाथ मिलाने पर जोर दिया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय भी लगातार यही वकालत करने में जुटे हुए हैं। दूसरी ओर रालोद मुखिया जयंत चौधरी का कहना है कि मायावती पहले से ही इंडिया गठबंधन में शामिल होने से इनकार करती रही हैं। ऐसे में उन्हें जबर्दस्ती गठबंधन में शामिल नहीं किया जा सकता।

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