भारत पर बड़ा खतरा: 40 फीसदी आबादी होगी कोरोना संक्रमित, लेकिन है अच्छी खबर

देश में हर चौथा इंसान कोरोना से ठीक हो चुका है और अब वे इससे सेफ हो सकते हैं। डॉ. वेलुमनी ने बताया कि एंटीबॉडी की मौजूदगी बच्चों समेत सहित सभी आयु वर्ग के लोगों में समान है।

Update: 2020-08-21 13:02 GMT
corona virus in India

नई दिल्ली: भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के स्पीड पर ब्रेक लगने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब तक देश में 29 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 54 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी है। जहां एक ओर महामारी तेजी से भारत में पैर पसारती जा रही है तो वहीं इस बीच एक प्राइवेट लैब ने भारत की 26 प्रतिशत आबादी के कोरोना संक्रमित होने की संभावना जताई है।

26 फीसदी पहले से ही कोरोना से संक्रमित

'थायरोकेयर लैब्स' के एमडी डॉ. ए वेलुमनी ने उनकी संस्था की ओर से सेरोलॉजिकल टेस्ट से जुटाए आंकड़ों के आधार पर ऐसा दावा किया है। संस्था ने समाचार एजेंसी को बताया कि 2.7 लाख लोगों की सेरोलॉजिकल टेस्ट रिपोर्ट से पता चलता है कि यहां 26 फीसदी आबादी पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।

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संक्रमित ब्लड में एंटीबॉडीज को कर रहे न्यूट्रलाइज

डॉ. वेलुमनी के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित लोग अपने ब्लड में एंटीबॉडीज को न्यूट्रलाइज कर रहे हैं, जो कि इम्यून खतरनाक वायरस से लड़ने के लिए बॉडी में अपने आप जेनरेट करता है। 'थायरोकेयर लैब्स' के एमडी का यह आकलन बताता है कि देश में हर चौथा इंसान कोरोना से ठीक हो चुका है और अब वे इससे सेफ हो सकते हैं। डॉ. वेलुमनी ने बताया कि एंटीबॉडी की मौजूदगी बच्चों समेत सहित सभी आयु वर्ग के लोगों में समान है।

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40 फीसदी लोग विकसित कर लेंगे एंटीबॉडीज

डॉ. वेलुमनी का कहना है कि अगर भारत में वायरस से रिकवरी रेट यही रही तो दिसंबर तक करीब 40 फीसदी लोग महामारी के खिलाफ एंटीबॉडीज विकसित कर लेंगे। एक अच्छी खबर यह होगी कि जितने ज्यादा लोग कोरोना वायरस से रिकवर होंगे, उतने ही खराब इम्यूनिटी वाले लोगों को कोरोना वायरस से खतरा कम हो जाएगा। हालांकि ऐसे लोगों को वैक्सीन आने के बाद ही मुक्ति मिलेगी।

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फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए होगा उपयोगी

संस्था का कहना है कि इन सेरोलॉजिकल टेस्ट के जरिए अधिक इम्यूनिटी वाले लोगों को ढूंढना फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हो सकता है। साथ ही इससे वायरस से संक्रमित मरीजों की प्लाज्मा थेरेपी के लिए रक्तदान करने के लिए इच्छुक लोगों की संख्या में भी वृद्धि हो सकेगी। इसके अलावा मरीजों में इम्यूनिटी रिस्पॉन्स कितने समय तक रहता है, जैसे कई बड़े सवालों के जवाब भी मिल सकेंगे।

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29 लाख से ज्यादा मामले दर्ज

भारत में कोरोना वायरस की स्थिति की बात की जाए तो देश में कुल मरीजों की संख्या 29 लाख 05 हजार 823 हो चुकी है। हालांकि थोड़ी राहत की बात ये है कि अब तक इस महामारी से 21 लाख 58 हजार 946 लोग रिकवर होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। ऐसे में देश में छह लाख 92 हजार 028 एक्टिव केसेस हैं।

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