RTI के जवाब में केंद्र ने कहा- विमान हादसे में ही हुई थी सुभाष चंद्र बोस की मौत
नई दिल्ली: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत के रहस्य से धीरे-धीरे पर्दा उठने लगा है। एक आरटीआई के जवाब में भारत सरकार ने बताया है कि नेताजी की मौत विमान हादसे में ही हुई थी। आरटीआई में दिए गए जवाब से नेताजी का परिवार नाखुश है। प्रतिक्रिया देते हुए नेताजी के पोते चंद्र कुमार बोस ने कहा, कि 'यह गैर जिम्मेदाराना है। केंद्र सरकार इस तरह का जवाब कैसे दे सकती है, जबकि मामला अभी भी अनसुलझा है।
बता दें, कि यह आरटीआई सायक सेन नामक व्यक्ति ने दायर की थी। इसी के जवाब में गृह मंत्रालय ने अपना जवाब भेजा है। आरटीआई के जवाब में साफ-साफ कहा गया है, कि नेताजी की मौत 18 अगस्त 1945 को हुई थी।
सरकार अब तक 37 फाइलें कर चुकी है जारी
आरटीआई के जवाब में यह भी कहा गया है कि भारत सरकार की ओर से नेताजी की मौत से जुड़ी 37 फाइलें जारी की गई थीं। इसमें पेज नंबर 114-122 पर इसकी जानकारी दी गई है। इस जवाब में शाहनवाज कमेटी, जस्टिस जीडी खोसला कमीशन, और जस्टिस मुखर्जी कमीशन की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है।
नेताजी का परिवार खफा
नेताजी के पोते चंद्र कुमार बोस ने कहा, कि 'गृह मंत्रालय को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए। हम चाहते हैं कि इस मामले में एसआईटी का गठन किया जाए, जो जारी की गई फाइलों का अध्ययन कर सके। इसके साथ ही हम चाहते हैं कि ताइवान में मिली अस्थियों का केंद्र सरकार डीएनए टेस्ट करवाए। मैं पहले बोस परिवार का सदस्य हूं और बाद में बीजेपी का नेता। मेरा पहला लक्ष्य उनकी मौत की गुत्थी को सुलझाना है।'