VK Singh Statement:‘पीओके का कुछ समय बाद भारत में होगा विलय’ केंद्रीय मंत्री वीके सिंह का बड़ा बयान

VK Singh Statement:केंद्रीय मंत्री सोमवार को विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रचार करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर के पाकिस्तान कब्जे वाले हिस्से के भारत में विलय की बात कही।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-09-12 11:46 IST

VK Singh Statement  (photo: social media )

VK Singh Statement: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके में इन दिनों भारी विरोध प्रदर्शन चल रहा है। वहां की जनता महंगाई, जरूरी चीजों की किल्लत और सरकारी दमन के कारण सड़कों पर है। वहां से बार-बार भारत में मिलने की आवाज आ रही है। इस बीच मोदी सरकार के एक मंत्री का बड़ा बयान आया है। पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह का कहना है कि बहुत जल्दी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा बन जाएगा।

केंद्रीय मंत्री सोमवार को विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रचार करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर के पाकिस्तान कब्जे वाले हिस्से के भारत में विलय की बात कही। सिंह ने इस दौरान जी20 के सफल आयोजन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ की।

पीओके का होगा भारत में विलय

राजस्थान में विपक्ष की भूमिका अदा कर रही भाजपा इन दिनों अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए परिवर्तन यात्रा कर रही है। जिसमें तमाम बीजेपी के केंद्रीय नेता अलग-अलग समय पर अलग-अलग क्षेत्रों में हिस्सा ले रहे हैं। सोमवार को पायलट परिवार के कारण कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले दौसा में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह पहुंचे थे। इस दौरान पत्रकारों ने जब पीओके में शियाओं की ओर से हो रहे प्रदर्शन पर उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कुछ समय इंतजार करें, पीओके का अपने आप भारत में विलय हो जाएगा।

पीओके में लग रहे आजादी के नारे

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पिछले काफी दिनों से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस इलाके में देश की अल्पसंख्यक शिया आबादी बहुसंख्यक है। जबकि पाकिस्तान की सत्ता मुख्य तौर सुन्नी मुसलमानों के हाथ में है। इसलिए उनकी नीतियों के कारण इनकी लगातार उपेक्षा हो रही है। कठोर ईशनिदा कानून के शिया भी शिकार है। पिछले दिनों एक शिया मौलवी ने इसकी आलोचना की थी, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना ने पीओके में चिंगारी की तरह काम किया।

आसमान छूती महंगाई, खाद्य सामग्री की कमी और अत्यधिक टैक्स से पहले ही अंदर ही धधक रहे गुस्से को इस एक घटना ने बाहर लाने का काम किया। पीओके के शहरों, कस्बों और गावों में बड़े-बड़े प्रदर्शन हो रहे हैं। वहां के लोग आजादी की मांग करते हुए भारत में शामिल होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान से आजादी दिलाने की मांग की है। पीओके के लोग कारगिल का रास्ता खोलने की मांग कर रहे हैं।

राजनाथ सिंह ने भी दिए थे संकेत

पीओके को भारत में मिलाने की चर्चा अक्सर होती रहती हैं। जब भी जम्मू कश्मीर में कोई बड़ी सैन्य हलचल होती है तो मीडिया में इसकी अटकलें लगने शुरू हो जाती है। बीते साल केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस ओर बड़ा संकेत दिया था। उन्होंने कहा, जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का जिक्र करते हुए कहा था कि अभी तो हमने उत्तर की ओर चलना शुरू ही किया है। इस बयान को पीओके को भारत में मिलाने की कवायद से जोड़कर देखा गया था।

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