अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा भेजने की तैयारी, BRS नेता के इस्तीफे के बाद तेलंगाना से उतार सकती है कांग्रेस

Abhishek Manu Singhvi: राज्यसभा की सीट के लिए उपचुनाव होने वाला है जिसमें कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी को चुनाव मैदान में उतारे जाने की संभावना है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-07-08 08:52 IST

Abhishek Manu Singhvi  (photo: social media )

Abhishek Manu Singhvi: कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को पार्टी राज्यसभा भेजने की तैयारी में जुटी हुई है। अभिषेक मनु सिंघवी को हिमाचल प्रदेश में हुए पिछले राज्यसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग की वजह से सिंघवी भाजपा के हर्ष महाजन से चुनाव हार गए थे। उसके बाद से ही कांग्रेस सिंघवी को राज्यसभा भेजने की तैयारी करती रही है। अब उन्हें तेलंगाना से राज्यसभा भेजा जा सकता है।

तेलंगाना में बीआरएस के राज्यसभा सदस्य केशव राव ने हाल में बीआरएस छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। कांग्रेस में शामिल होने के बाद राव ने राज्यसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। अब राज्यसभा की सीट के लिए उपचुनाव होने वाला है जिसमें कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी को चुनाव मैदान में उतारे जाने की संभावना है।

हिमाचल प्रदेश में करना पड़ा था हार का सामना

सिंघवी अलग-अलग राज्यों से राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। कांग्रेस भी उन्हें अपने लिए काफी उपयोगी मानती रही है और इसीलिए राष्ट्रीय व क्षेत्रीय नेताओं पर उन्हें तरजीह मिलती रही है। राज्यसभा के पिछले चुनाव के दौरान सोनिया गांधी को चुनाव लड़ने के लिए राजस्थान और हिमाचल प्रदेश को शॉर्ट लिस्ट किया गया था। हालांकि बाद में वे राजस्थान से ही राज्यसभा सदस्य बनीं उनकी स्थिति स्पष्ट होने के बाद अभिषेक मनु सिंघवी को हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया गया था। हालांकि उन्हें कुछ कांग्रेस विधायकों की बगावत के कारण हार का सामना करना पड़ा था। सिंघवी के लिए यह सियासी हार किसी झटके से कम नहीं थी।

कांग्रेस के कुछ विधायकों ने कर दिया था खेल

हिमाचल प्रदेश में हुए पिछले चुनाव के दौरान कांग्रेस के कुछ विधायकों ने चुनाव के दिन बड़ा खेल कर दिया था। इसी का नतीजा था कि कांग्रेस प्रत्याशी सिंघवी और भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। इस चुनाव के दौरान दोनों प्रत्याशियों को बराबर-बराबर वोट मिले थे मगर बाद में पर्ची से चुनाव का फैसला करने में हर्ष महाजन की किस्मत मेहरबान रही जिससे सिंघवी पराजित हो गए।

हिमाचल प्रदेश के पिछले राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी सिंघवी की जीत तय मानी जा रही थी मगर कांग्रेस के कुछ विधायकों के खेल की वजह से उन्हें शिकस्त झेलना पड़ी।

हिमाचल में मिली हार के बाद कांग्रेस विभिन्न राज्यों में सियासी समीकरण दुरुस्त करने की कोशिश में जुटी हुई है। इसीलिए इस बार अभिषेक मनु सिंघवी को चुनावी अखाड़े में उतारने की तैयारी है।

आप और टीएमसी से भी मिला था ऑफर

जानकारों का कहना है कि सिंघवी आप या तृणमूल कांग्रेस के कोटे से राज्यसभा पहुंच सकते थे और उन्हें दोनों पार्टियों की ओर से समर्थन देने की बात भी कही गई थी। हालांकि सिंघवी अभी कांग्रेस को छोड़कर किसी अन्य दल के प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में नहीं उतरना चाहते थे।

उन्होंने दोनों दलों का ऑफर ठुकरा दिया था। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व सिंघवी को अपनी मजबूत स्थिति वाले किसी राज्य से राज्यसभा भेजने की कोशिश में जुटा हुआ है। ऐसे में तेलंगाना के केशव राव के राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उनकी खाली सीट पर सिंघवी को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।

तेलंगाना से बनाया जा सकता है प्रत्याशी

तेलंगाना में इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मजबूत बहुमत हासिल किया था और ऐसे में चुनाव मैदान में उतारे जाने की स्थिति में सिंघवी की जीत तय मानी जा रही है। केशव राव का अभी दो साल का कार्यकाल बचा हुआ है और ऐसे में उनकी जगह संघवी को उतारा जा सकता है।

केशव राव को संतुष्ट करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व की ओर से उन्हें मुख्यमंत्री का एडवाइजर बनाने के साथ ही कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दे दिया गया है। इस कारण सिंघवी के चुनाव लड़ने की स्थिति में राव की नाराजगी किसी भी रूप में बाहर आने की संभावना नहीं है। माना जा रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व जल्द ही इस बाबत कोई बड़ा फैसला ले लेगा ताकि राज्यसभा में संघवी की वापसी सुनिश्चित की जा सके।

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