भारत की ये वैक्सीन: दो पर जल्द खुशखबरी, जानें कब से मिलेंगे डोज

कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए दुनिया भर में कोशिशें जारी हैं। रूस, चीन और ब्रिटिश ने वैक्सीन हासिर कल लिया है। वही कई देश अब भी अपने शोध में लगे हुए है।

Update:2020-12-03 09:28 IST
भारत में बनने वाली कोरोना वैक्सीन, जाने क्या हैं इनके अपडेट

कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए दुनिया भर में कोशिशें जारी हैं। रूस, चीन और ब्रिटिश ने वैक्सीन हासिर कल लिया है। वही कई देश अब भी अपने शोध में लगे हुए है। आपको बता दें, कि चीन ने चार वैक्सीन् ट्रायल तो वही रूस ने 2 वैक्सीन् ट्रायल पूरे होने के बाद मंजूरी दी। साथ ही ब्रिटेन में फाइजर की वैक्सीन को इमरजेंसी में इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है।

आपको बता दें, कि भारत में भी 6 कोरोना वैक्सीन पर काम जारी है। जिसमे से 2 वैक्सीन मार्च 2021 में लाने की तैयारी है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 वैक्सीन कैंडिडेट्स के लैब का दौरा किया था साथ ही वैक्सीन से जुड़ी जानकारी ली थी।

भारत में बनने वाली वैक्सीन....

1- कोवीशील्ड

वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने सोमवार को कहा कि वह भारत में एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड की कोविड-19 वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लाइसेंस के लिए अगले दो सप्ताह में आवेदन करने की प्रक्रिया में है। जिसके लिए 40 लाख डोज़ तैयार हो चुके हैं। SII के CEO ने बताया कि यह वैक्सीन सरकार को 225 रुपए और आम जन को 500 में उपलब्ध कराया जाएगा। वही इस वैक्सीन का थर्ड फेज के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे आए।

2- कोवैक्सीन

भारत बायोटेक, NIV और ICMR के साथ मिल कर बनी बैक्सीन के अब तक दो फेज के ट्रायल हो चुके हैं। अभी तक किसी भी वैक्सीन वॉलंटियर पर इसका साइड इफेक्ट नहीं दिखा। कंपनी ने नवंबर में ही 25 जगहों पर इसके फेज़ 3 के ट्रायल्स शुरू किए हैं। लेकिन अभी तक वैक्सीन की कीमत को लेकर कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया है।वही फरवरी या मार्च में इसके अप्रूवल के लिए अप्लाई किया जा सकता है।

ये भी पढ़ें : सरकार का बड़ा कदम: किसानों को मनाने की कवायद तेज, आज फिर होगी वार्ता

3- स्पूतनिक-वी

डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने मंगलवार को जानकारी दी की कोरोना वायरस के स्पूतनिक-वी टीके का भारत में दूसरे और तीसरे क्लिनिकल परीक्षण शुरू किया है।उन्होंने कहा कि कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से आवश्यक मंजूरी मिल गई है जिसके बाद अब परीक्षण शुरू हो गया है। वही कंपनी का कहना है कि इसकी कीमत 700 रुपए के करीब होगी। अभी फेज 2 और 3 के ट्रायल्स में 2 से 3 महीने का वक़्त लग सकता है। ख़बरों की माने तो यह मार्च में बाद अप्रूवल मिलेगा।

4- जायडस कैडिला

जायडस कैडिला दावा बनाने वाली कमपनी हैं। कोरोना के संभावित टीके जायकोव-डी का विकास किया है। हाल ही में कंपनी ने पहले चरण का टीका नैदानिक परीक्षण की घोषणा की थी। अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि वैक्सीन का दाम कितना होगा। फ्रेज़ 1 के रिजल्ट आने के बाद अब फेज़ 2 का ट्रायल चल रहे हैं।

ये भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर का गलत नक्शा: विकिपीडिया पर देख भड़का भारत, उठाया ये कदम

5- हैदराबाद की बायोलॉजिकल E

अमेरिका कंपनी डायनावैक्स टेक्नॉलॉजी कॉरपोरेशन और ह्यूस्टन के बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन ने मिलकर वैक्सीन बनाया है। जिसके लिए कंपनी हैदराबाद की बायोलॉजिकल E ने वैक्सीन का काम शुरू किया है। फिलहाल फेज 1 और 2 के ट्रायल शुरु किए जाएंगे। DCGI से इसके लिए मंजूरी मिल गई है।

6- पुणे के जेनेवा फार्मा और HDT बायोटेक की वैक्सीन

अमेरिकी की HDT बायोटेक कार्पोरेशन के साथ पुणे की कंपनी जेनोवा फार्मा ने mRNA वैक्सीन HGCO19 विकसित किया है।कंपनी ने फेज 1/2 के लिए अप्लाई नहीं किया है।2021 में जुलाई के बाद इसके भी बाजार में आने की उम्मीद है।

ये भी पढ़ें: WHO की विश्‍व मलेरिया रिपोर्ट 2020: भारत ने हासिल की जीत

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News