कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री के घर गोबर फेंका, पुलिस मौके पर

बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री तीक्षण सूद ने कहा कि उन्होंने पहले ही ऐसी आशंका जाहिर करते हुए एसएसपी को संदेश भेजा था, लेकिन इसके बावजूद उनके घर के बाहर पुलिस तैनात नहीं की गई।

Update: 2021-01-01 12:28 GMT
बीजेपी नेता ने कहा कि गोबर फेंकने आए लोगों ने धमकियां दी और मारपीट का भी प्रयास किया। ऐसे लोग गुंडागर्दी कर किसान आंदोलन को बदनाम कर रहे हैं। इन पर केस दर्ज होना चाहिए।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आन्दोलन आज 37वें दिन भी जारी है। किसान और केंद्र सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत में कोई खास समाधान तो नहीं निकला। लेकिन दो मुद्दों पर सहमति जरूर बन गई।

जिसके बाद से अब इस बात के कयास लगाये जा रहे हैं कि आठवें दौर की बैठक में बाकी मुद्दों पर भी सरकार के साथ किसानों की सहमति बन सकती है।

हालांकि किसानों के रुख में कोई ज्यादा नरमी अभी नहीं आई है। आज किसानों से जुड़े 80 संगठन सिंघु बॉर्डर पर बैठकर कर आगे की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं।

किसान आन्दोलन(फोटो: सोशल मीडिया)

हिल उठा राजस्थान: बुरा रहा 2021 का पहला दिन, 100 से ज्यादा पक्षियों की हुई मौत

दल खालसा का गोबर फेंकने की घटना में आया नाम

वहीं पंजाब के होशियारपुर में कृषि सुधार कानूनों के विरोध में दल खालसा से जुड़े लोगों ने वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्षण सूद के घर के बाहर गोबर फेंक दिया। पुलिस मौके पर पहुंच गई है।

गोबर फेंकने की घटना पर तीक्ष्ण सूद ने नाराजगी जताई। कहा कि उन्होंने पहले ही आशंका जताई थी कि उनके घर के बाहर कुछ लोग ऐसा कृत्य कर सकते हैं, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

सिंघु बॉर्डर पर 80 किसान संगठनों की बैठक, गाजीपुर बॉर्डर पर एक की मौत

कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री के घर गोबर फेंका, पुलिस मौके पर (फोटो:सोशल मीडिया)

बीजेपी नेता को मिली धमकी, हाथापाई का किया प्रयास

तीक्षण सूद ने कहा कि उन्होंने पहले ही ऐसी आशंका जाहिर करते हुए एसएसपी को संदेश भेजा था, लेकिन इसके बावजूद उनके घर के बाहर पुलिस तैनात नहीं की गई।

पुलिस तब पहुंची जब उन्होंने फोन किया। पूर्व मंत्री ने कहा कि ऐसे लोग गुंडागर्दी कर किसान आंदोलन को बदनाम कर रहे हैं। इन लोगों पर केस दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोबर फेंकने आए लोगों ने धमकियां दी और मारपीट का भी प्रयास किया।

बता दें कृषि सुधार कानूनों को लेकर पंजाब में भाजपा नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ा है। भाजपा नेताओं का आरोप है कि ऐसी घटनाएं कांग्रेस की शह पर हो रही हैं।

झारखंड: नए साल में केंद्र का तोहफा, लाइट हाउस प्रोजेक्ट का हुआ शुभारंभ

न्यूजट्रैक के नए ऐप से खुद को रक्खें लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड । हमारा ऐप एंड्राइड प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें – Newstrack App

Tags:    

Similar News