राकेश टिकैत करोड़ों के मालिक: विरासत में मिली किसानी, रह चुके सब इंस्पेक्टर

26 जनवरी को राजधानी में हुई हिंसा के बाद किसान नेताओं के बोल भी बदल गए हैं। जबकि किसान नेता राकेश टिकैत(Rakesh Tikait) आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं। आंदोलन को लेकर उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर आंदोलन खत्म हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।

Update: 2021-01-29 07:59 GMT
किसान नेता के आंदोलन न खत्म करने की बात पर अब वापस हुए किसान फिर से दिल्ली के बॉर्डर की तरफ कूच कर रहे हैं। चलिए राकेश टिकैत के बारे में बताते हैं।

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में किसानों का आंदोलन थमने की बजाय अब और नया रूप लेता जा रहा है। जारी इस आंदोलन में कुछ किसान संगठनों ने खुद को अलग कर लिया है। बीती 26 जनवरी को राजधानी में हुई हिंसा के बाद किसान नेताओं के बोल भी बदल गए हैं। जबकि किसान नेता राकेश टिकैत(Rakesh Tikait) आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं। आंदोलन को लेकर उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर आंदोलन खत्म हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।

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करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक

किसान नेता के आंदोलन न खत्म करने की बात पर अब वापस हुए किसान फिर से दिल्ली के बॉर्डर की तरफ कूच कर रहे हैं। क्या आप किसान नेता राकेश टिकैत के बारे में जानते हैं कि किसी समय राकेश टिकैत दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। जबकि आज राकेश जोकि किसान नेता है और करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक हैं।

फोटो-सोशल मीडिया

राकेश टिकैत दो बार चुनाव में भी उतर चुके हैं। लेकिन दोनों ही बार उन्हें जीत नहीं मिली। वैसे किसानों की राजनीति तो राकेश टिकैत को विरासत में मिली है। दरअलस उनके दिवंगत पिता महेंद्र सिंह टिकैत भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष थे। जो तब से ही प्रक्रिया चल रही है।

नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का जन्म 4 जून 1969 को उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव में हुआ था। मेरठ यूनिवर्सिटी से राकेश टिकैत ने एम. ए. की पढ़ाई की। फिर इसके बाद उन्होंने एलएलबी की और वकील बन गए।

इसके बाद राकेश टिकैत 1992 में दिल्ली में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। तभी सन् 1993-1994 में दिल्ली में महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में किसान आंदोलन चल रहा था।

फोटो-सोशल मीडिया

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संपत्ति की कीमत 4,25,18,038 रुपये

चूंकि महेंद्र सिंह टिकैत राकेश टिकैत के पिता थे, इसलिए सरकार ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) खत्म करवाने के लिए उन पर दबाव डाला कि वो अपने पिता को मनाएं। फिर राकेश टिकैत ने अपना पद छोड़ दिया और किसानों के साथ खड़े हो गए।

वहीं साल 2014 के लोक सभा चुनाव में किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा दिए गए शपथपत्र के मुताबिक, उनकी संपत्ति की कीमत 4,25,18,038 रुपये थी। शपथपत्र के हिसाब से उस समय उनके पास 10 लाख रुपये कैश था।

जबकि राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। ऐसे में राकेश टिकैत खुद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता हैं। साथ ही राकेश टिकैत के छोटे भाई सुरेंद्र टिकैत मेरठ की एक शुगर मिल में मैनेजर हैं। और सबसे छोटे भाई नरेंद्र टिकैत खेती करते हैं।

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