EVM से वोटों की गिनती ऐसे होती है, जानिए VVPAT का क्या है काम
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। कल यानी 11 फरवरी को चुनाव परिणाम आएंगे जिसके बाद साफ हो जाएगा कि दिल्ली में किस पार्टी की सरकार बन रही है। आज हम आपको बताते हैं ईवीएम से हुए इस चुनाव में मतगणना कैसे होगी।
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। कल यानी 11 फरवरी को चुनाव परिणाम आएंगे जिसके बाद साफ हो जाएगा कि दिल्ली में किस पार्टी की सरकार बन रही है। आज हम आपको बताते हैं ईवीएम से हुए इस चुनाव में मतगणना कैसे होगी।
पोलिंग बूथ से स्ट्रांग रूम तक EVM लाने का सफर कड़ी निगरानी में होता है। इस दौरान EVM में किसी तरीके की छेड़छाड़ संभव नहीं है। बता दें कि स्ट्रांग रूम में ऑब्जर्वर, उम्मीदवारों और राजनीतिक प्रतिनिधियों के साथ रिटर्निंग ऑफिसर और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की मौजूदगी में सभी EVM मशीनों सील कर दिया जाता है।
सबसे पहले मतगणना केंद्र पर पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे। पोस्टल बैलेट सर्विस वोटर, इलेक्शन के इंप्लाई होते हैं। इसके आधे घंटे में EVM खुलना शुरू होते हैं। पोस्टल बैलेट भी अब ईवीएम के साथ काउंटिंग टेबल पर पहुंच जाते हैं। ध्यान रहे कि एक बार में अधिकतम 14 ईवीएम की गिनती की जाती है।
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मतगणना केंद्र पर तैनात पर्यवेक्षक की मुख्य ड्यूटी भी अब यहीं से शुरू होती है। वह पहले EVM की सुरक्षा जांच करते हैं, वे इस बात की पुष्टि करते हैं कि कहीं मशीन से कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई। बटन दबाकर वोट की गणना करने का काम चुनाव अधिकारी का होता है।
ईवीएम का कंट्रोल यूनिट का रिजल्ट बटन दबाने पर ही कुल वोटों का पता चल जाता है। साथ ही यह भी पता चलता है कि किस प्रत्याशी को कितने वोट मिले। वोटों की गिनती का मिलान पांचों VVPAT से करके रिटर्निंग ऑफिसर को भेजा जाता है।
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बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में EVM के साथ वीवीपैट(Voter-verified paper audit trail) को जोड़ा गया है। वीवी पैट की गणना का भी वोटिंग में मिलान होना है। इस प्रक्रिया के अनुसार सबसे पहले EVM के CU (कंट्रोल यूनिट) के रिजल्ट बटन से वोट की गणना होगी। उसके बाद VVPAT के परिणाम से कंट्रोल यूनिट से मिले आंकड़ों को मिलाया जाएगा।
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ईवीएम के पिजन होल बॉक्स की पर्चियों की संख्या से भी वोटों की संख्या का मिलान होगा। ये वही पर्चियां हैं जो आपको वोट डालते समय EVM के दाईं तरफ से निकलती दिखाई दी थीं। इन पर्चियों की गणना भी वोटों की गिनती के साथ होनी है।