Delhi Fire Today: सुबह-सुबह भीषण आग ने मचाया तांडव, जान बचा कर भागे लोग, पहुंची फायर ब्रिगेड की 39 गाड़ियां
Delhi Fire: राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह करोल बाग स्थित गफ्फार मार्केट में भीषण आग लग गई। आग इतनी बड़ी है कि इस पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की 39 गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं।;
दिल्ली में लगी भीषण आग (प्रतीकात्मक तस्वीर, साभार : सोशल मीडिया)
Delhi Gaffar Market Fire Incident : राजधानी दिल्ली में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मुंडका (Mundka Fire) इलाके में लगी भीषण आग के बाद अब आज रविवार को दिल्ली के करोलबाग स्थित गफ्फार मार्केट में भीषण आग लग गई है। आग लगने की वजह फिलहाल शार्ट सर्किट बताई जा रही है मौके पर स्थिति को काबू में करने के लिए फायर ब्रिगेड की 39 गाड़ियां लगी हुई है। फायर अधिकारियों का कहना है कि सकरी गली होने के कारण आग बुझाने के अभियान में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले महीने मुंडका में लगी थी भीषण आग
बीते 1 से 2 महीने में राजधानी दिल्ली में आग लगने की कई घटनाएं सामने आई हैं। जिसमें मई महीने में मुंडका में लगी आग सबसे ज्यादा भयानक थी। उस वक्त इस आग में कुल 27 लोगों की जलकर मौत हो गई थी। वहीं, कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे। मुंडका इलाके में देर शाम मेट्रो स्टेशन के पिलर नंबर 544 के पास स्थित एक इमारत में भीषण आग लग गई। यह आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते इसने पूरे बिल्डिंग को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
आग ऐसे वक्त में लगी जब इस बिल्डिंग में मौजूद सभी दफ्तरों में काफी हलचल का माहौल था। इस वक्त में आग लगने से पूरे बिल्डिंग के भीतर भगदड़ का माहौल बच गया। कई लोग जान बचाने के लिए बिल्डिंग के तीसरे मंजिलें से छलांग लगाने लगे। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे थे। मगर जब तक इस आग पर पूरी तरह काबू पाया गया तब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी थी। वहीं, करीब 2 दर्जन से अधिक लोग बुरी तरह इस आग में झुलस गए थे।
साल 2016 में भी गफ्फार मार्केट में लगी थी आग
गफ्फार मार्केट में आग लगने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले साल 2016 में भी गफ्फार मार्केट में शार्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई थी उस वक्त करीब 2 दर्जन से अधिक दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी। इस इलाके में आग पर काबू पाना फायर ब्रिगेड के लिए एक बड़ा ही चुनौती भरा काम हो जाता है, क्योंकि यह मार्केट काफी तंग, सकरी गलियों के बीच बसा हुआ है। ऐसे में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को पहुंचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।